डीडवाना-कुचामन : खुले आसमान में सर्द रात्रि में बच्चे के जन्म के मामला में जननी सुरक्षा में लापरवाही बरतने के कारण एएनएम को निलंबित कर दिया है. साथ ही निलंबित एएनएम को जिला चिकित्सा मुख्यालय पर हाजिरी देने के आदेश जारी कर दिए हैं. इस आदेश के विरोध में तहसील की सभी नर्स ने उपखंड अधिकारी को कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंप कर नर्स को सेवा में दोषी न मानने की गुहार लगाई गई है. नर्स अनुदेवी का दावा है कि रात्रि में जब परिवार नर्स को लेने आया तो उनके साथ कोई महिला नहीं थी और कुछ लोग शराब पिए हुए थे. इसकी वजह से नर्स ने उनके साथ जाने से मना कर दिया.
डीडवाना कुचामन जिला सीएमएचओ डॉक्टर अनिल कुमार ने बताया कि डॉ. इन्द्रजीत सिंह जोनल डायरेक्टर अजमेर की ओर से एएनएम परमजीत कौर उप स्वास्थ्य केंद्र लाडनूं को जननी सुरक्षा में लापरवाही बरतने को लेकर एएनएम को निलंबित किया गया है.
ये है मामला : लाडनूं तहसील के ग्राम सींवा रताऊ में उप स्वास्थ्य केन्द्र पर महिला कानुदेवी पत्नी जयपाल बनबावरी को डिलीवरी के लिए उप स्वास्थ्य केंद्र सींवा पर लाया गया था. परिजनों का आरोप है कि यहां कोई कर्मचारी नहीं मिला, गेट के बाहर ताला लटका हुआ था. इसके बाद लोगों ने नर्स को फोन कर मौके पर आने की गुहार लगाई मगर बार-बार कॉल करने के बावजूद वह मौके पर नहीं पहुंची. प्रसव पीड़ा से परेशान महिला की डिलीवरी उप स्वास्थ्य केंद्र के बाहर खुले मैदान में मिट्टी पर ही हो गई. फिर निम्बी जोधां से एम्बुलेंस मंगवा कर जच्चा-बच्चा दोनों को लाडनूं के राजकीय अस्पताल पहुंचाया गया. यहां से उन दोनों को जिला अस्पताल डीडवाना रेफर कर दिया, जहां उनका इलाज जारी है. फिलहाल जच्चा बच्चा स्वस्थ हैं.
मानवता को शर्मसार करने वाली घटना को लेकर गुस्साए ग्रामीणों ने उप स्वास्थ्य केंद्र पर एकत्रित होकर रोष जताया. मामले को तूल पकड़ता हुआ देखकर ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉ. शक्ति सिंह मौके पर पहुंचे और मामले को गंभीर मानते हुए वहां कार्यरत नर्स परमजीत कौर पर कार्रवाई के लिए जिला चिकित्सा अधिकारी को पत्र भेजकर उन्हें इस पूरी घटना से अवगत करवाया. जननी सुरक्षा में लापरवाही बरतने के कारण नर्स परमजीत को विभाग ने निलंबित कर दिया है. वहीं, हाजिरी जिला चिकित्सा मुख्यालय पर देने के आदेश जारी कर दिए हैं.