श्रीनगरः उत्तराखंड के हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में कुलपति नियुक्ति की मांग को लेकर आज मंगलवार को गढ़वाल लोकसभा सांसद अनिल बलूनी ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की है. उधर गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के टीचिंग एसोसिएशन समेत कर्मचारी संघ ने स्थायी कुलपति की नियुक्ति करने को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को पत्र लिखा है.
एक माह से बिना कुलपति के संचालित गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय की प्रशासनिक व्यवस्थाएं पटरी से उतरने लगी हैं. इस संबंध में गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात कर गढ़वाल विवि में स्थायी कुलपति की नियुक्ति का आग्रह किया है. अनिल बलूनी ने एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए इसकी जानकारी भी दी है. उन्होंने लिखा, 'गढ़वाल की शिक्षा व्यवस्था को और गति देने के लिए मैंने उनसे गढ़वाल यूनिवर्सिटी में पूर्णकालिक वाइस चांसलर और एनआईटी श्रीनगर में पूर्णकालिक डायरेक्टर की नियुक्ति को लेकर आग्रह किया. साथ ही गढ़वाल क्षेत्र में प्रस्तावित केंद्रीय विद्यालयों को शीघ्रातिशीघ्र खोले जाने का भी आग्रह किया'.
अनिल बलूनी ने आगे बताया, मंत्री धमेंद्र प्रधान ने आश्वस्त किया कि इन सभी मांगों का जल्द से जल्द समाधान होगा और गढ़वाल लोक सभा क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था को और मजबूती देने हेतु हर संभव कदम उठाए जाएंगे.
आज केंद्रीय शिक्षा मंत्री माननीय श्री @dpradhanbjp जी से मुलाकात कर अपने लोक सभा क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था पर विस्तृत चर्चा की।
— Anil Baluni (@anil_baluni) December 3, 2024
गढ़वाल की शिक्षा व्यवस्था को और गति देने के लिए मैंने उनसे गढ़वाल यूनिवर्सिटी में पूर्णकालिक वाइस चांसलर और एनआईआईटी श्रीनगर में पूर्णकालिक डायरेक्टर… pic.twitter.com/JPMkc7nD8J
सीनियर प्रोफेसर को वीसी बनाने की मांग: गौर है कि केंद्रीय गढ़वाल विवि की कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल का कार्यकाल 31 अक्टूबर समाप्त हो गया है. तब से लेकर आज तक कुलपति पद पर स्थायी नियुक्ति नहीं हो पाई है. जिस कारण विवि में कामकाज प्रभावित हो रहा है. टीचिंग एसोसिएशन ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को पत्र लिखकर कुलपति पद पर विवि के सीनियर प्रोफेसर को नियुक्त करने की मांग की है.
गढ़वाल विवि के टीचिंग एसोसिएशन के सचिव प्रोफेसर आरएस फर्त्याल ने कहा कि विवि में पिछले एक माह से एकेडमिक कार्य प्रणाली ठप हो गई है. कई विषयों पर लोगों को एकेडमिक रिसर्च के लिए विदेश जाना था. लेकिन कुलपति ना होने से रिसर्च वर्क भी प्रभावित हो रहे हैं.
ये भी पढ़ेंः गढ़वाल सेंट्रल यूनिवर्सिटी में कुलपति की नियुक्ति नहीं होने से छात्र परेशान, नहीं मिल पा रही डिग्री