कानपुर: शहर के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र स्थित जिस नजूल की 1000 करोड़ रुपये की जमीन पर कब्जा करने के मामले में पुलिस ने कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित को जेल भेजा था. इस मामले में अब कमिश्नरेट की ओर से गठित स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) के सदस्यों ने आनंदेश्वर एसोसिएट्स के सभी सदस्यों से पूछताछ की तैयारी की है.
एसआईटी को जो साक्ष्य अभी तक मिले हैं, उसमें उक्त फर्म से 25 लाख रुपये की पेमेंट जमीन कब्जाने के आरोपी व हजारों करोड़ रुपये की सरकारी जमीन कब्जा करने वाले झांसी निवासी हरेंद्र मसीह को की गई थी. वहीं, फर्म के 5 से अधिक सदस्य हैं, जिन सभी का नजूल की जमीन में कुछ न कुछ शेयर तय था. इस पूरे मामले में पुलिस को एक नाम अमित सिंह का भी पता लग गया है.
इनके राजा भैया से बेहद करीबी रिश्ते हैं. अब, आरोपी अवनीश दीक्षित की रिमांड के दौरान ही एक हफ्ते के अंदर एसआईटी के सदस्य आनंदेश्वर एसोसिएट्स के सभी सदस्यों से पूछताछ करेंगे. सभी को नोटिस भी जारी की जाएंगी. अफसरों का दावा है, कानपुर के इस गंभीर मामले में कई बड़े और नामी चेहरे भी बेनकाब होंगे, जिन्होंने आरोपियों को पर्दे के पीछे से मदद की थी.
नजूल की सभी जमीनों की होगी जांच: सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में जिस तरह नजूल की 1000 करोड़ रुपये की जमीन पर कब्जा करने का मामला सामने आया है. उसके बाद अब एक बार फिर डीएम राकेश सिंह ने सिविल लाइंस और चुन्नीगंज क्षेत्र में बसी नजूल की सभी जमीनों की जांच कराने के आदेश दिए हैं. इससे उन लोगों के बीच हड़कंप मचा है, जो इन जमीनों के अंदर अवैध कब्जा करके सालों से बसे हुए हैं.
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