पटना: बिहार के बाहुबली नेता आनंद मोहन के छोटे बेटे अंशुमन आनंद की राजनीतिक पारी की शुरुआत जदयू से हो गई. सोमवार को जदयू कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में अंशुमान ने अपनी मां लवली आनंद के साथ पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. जदयू का सदस्य बनने के बाद अंशुमान आनंद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जॉर्ज फर्नांडिस की नीतियों से प्रभावित होकर पार्टी में शामिल होने की बात कही.
शिवहर से चुनाव लड़ने पर चुप्पीः पार्टी में क्या रणनीति होगी इस पर अंशुमन आनंद ने कहा कि प्रदेश भर में जितने युवा हैं उसको जोड़ने का हम लोग काम करेंगे. लवली आनंद के शिवहर से चुनाव लड़ने के सवाल पर अंशुमन आनंद ने कहा कि पार्टी जो फैसला लेगी हम लोग वही करेंगे. विधानसभा का चुनाव लड़ेने के सवाल पर भी खुलकर नहीं बोले. इतना ही कहा कि जैसा पार्टी का निर्देश होगा वैसा करेंगे. लेकिन हम युवाओं को जोड़ने का काम करेंगे. लोकसभा चुनाव में बिहार में क्या स्थिति होगी, इस पर अंशुमन आनंद ने कहा की सभी चालीस सीटों पर एनडीए जीतेगी.
अपमान सहकर आरजेडी में थेः आरजेडी छोड़ने की क्या वजह रही इस पर अंशुमन आनंद ने कहा कि लंबे समय से अपमान सहकर आरजेडी में रह रहे थे. आरजेडी में उन लोगों के साथ जो व्यवहार हुआ उसके कारण काफी नाराजगी थी. बता दें कि आनंद मोहन के बड़े बेटे चेतन आनंद शिवहर से आरजेडी के टिकट पर विधायक चुने गए थे. बिहार विधानसभा बजट सत्र के दौरान पाला बदलकर एनडीए के पाले में आ गए.
'जब हम लोग वहां गए थे तो परिवार की तरह, किरायेदार की तरह नहीं. लेकिन जिस तरह से आरजेडी में हम लोगों के साथ व्यवहार हुआ उसके कारण काफी नाराजगी थी. लंबे समय से अपमान सहकर आरजेडी में रह रहे थे. लेकिन समय आया तो हम लोगों ने छोड़ने का फैसला ले लिया है.' - अंशुमन आनंद, जदयू में शामिल आनंद मोहन के पुत्र
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