चंपावत: टनकपुर-चंपावत नेशनल हाईवे-9 पर (किमी 106.300) पर स्वाला के पास बना डेंजर जोन एनएचएआई और जिला प्रशासन के लिए नासूर बन गया है. स्वाला में लगातार पहाड़ी से भूस्खलन और पानी के रिसाव होने के चलते लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा रहा है. बीते दिनों भी भारी बारिश के बाद डेंजर जोन में लगातार मलवा रहा है. इसीलिए बीते तीन हफ्ते से यहां पर हाईवे बाधित हो रहा है. वहीं, गुरुवार तीन अक्टूबर को स्वाला डेंजर जोन चंपावत जिलाधिकारी ने निरीक्षण किया.
भविष्य में इस प्रकार की समस्या न हो इसके मद्देनजर लगातार वैकल्पिक मार्ग बनाने की कवायद की जा रही है.गुरुवार को जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने सिप्टी-पुनाबे-न्याड़ी मोटर मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया. यह सड़क मार्ग लफड़ा- स्यूली- बूढ़ाखेत से होते हुए सीधे सिप्टी में राष्ट्रीय राजमार्ग- 09 अमोड़ी तक जुड़ जाएगा. जिसका भी जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने निरीक्षण किया.
क्षेत्र निरीक्षण के दौरान लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता मोहन सिंह पलड़िया ने बताया कि पुनाबे-सिप्टी सड़क मार्ग लफड़ा- स्यूली- बूढ़ाखेत मार्ग से जोड़े जाने हेतु बूढ़ाखेत में क्वेराला नदी में एक मोटर पुल बनाये जाने से उक्त क्षेत्र स्वाला से सीधे जुड़ जाएगा. स्थाई मोटर पुल के लिए एडीबी ने एटी को प्रस्ताव भेजा है.
इसके अलावा तत्कालिक व्यवस्था के लिए लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड चंपावत ने बूढ़ाखेत में वैली द्वीप लगाए जाने का कार्य गतिमान है. इस संबंध में जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए. इस दौरान जिलाधिकारी ने ग्रामीणों से भी सड़क निर्माण के संबंध में वार्ता की.
जिलाधिकारी ने कहा कि जहां एक ओर इन सड़कों के आपसी मिलान से सिप्टी- अमकड़िया क्षेत्र सीधे राष्ट्रीय राजमार्ग- 09 से जुड़ जाएगा, वहीं दूसरी ओर जिला मुख्यालय से स्वाला तक लगभग 40 किलोमीटर की वैकल्पिक मार्ग के रूप में बन जाएगा. जिससे समस्त जनता को इसका लाभ मिलेगा.
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