अंबाला: हरियाणा के अंबाला में शंभू बॉर्डर पर किसान अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. मंगलवार को किसानों द्वारा दिल्ली कूच करने की कोशिश की गई थी. जिसको पुलिस प्रशासन द्वारा नाकामयाब कर दिया गया था. आज अंबाला शंभू बॉर्डर पर किसान शांतिपूर्वक तरीके से धरना दे रहे हैं. हालांकि पुलिस प्रशासन यहां पर पूरी मुस्तैदी के साथ अपनी ड्यूटी कर रहा है. वहीं, पंजाब की ओर जाने वाले लोगों को रास्ता बंद होने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है. लोग सरकार से अपील कर रहे हैं कि किसानों से बात करके रास्ता खोला जाए ताकि लोगों को परेशानी न हो.
शंभू बॉर्डर पर किसान: 13 फरवरी को किसानों द्वारा दिल्ली कूच करने का ऐलान किया गया था और 11 फरवरी को ही हरियाणा पुलिस द्वारा शंभू बॉर्डर को बंद कर दिया गया था. तब से आज तक दिल्ली अमृतसर हाईवे बंद है. जिसके चलते पंजाब और जम्मू कश्मीर जाने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है. कल किसानों द्वारा एक बार फिर से दिल्ली कूच करने की कोशिश की गई थी. लेकिन इस बीच पुलिस प्रशासन और किसानों के बीच संघर्ष भी देखने को मिला.
रास्ता बंद होने से आमजन परेशान: पुलिस द्वारा किसानों को रोकने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है. फिलहाल अगर आज की बात की जाए तो शंभू बॉर्डर पर स्थिति शांतिपूर्वक है. हालांकि पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. पुलिस के जवान अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं. शंभू बॉर्डर पर किसी को भी आने की इजाजत नहीं है. वहीं, पंजाब जाने वाले वाहन चालक रास्ता बंद होने के चलते परेशान है. उसको घूमकर जाना पड़ रहा है. उन्होंने सरकार से अपील की है कि किसानों से बात करें और रास्ते खुलवाए जाएं.
दिल्ली कूच की जिद पर अड़े किसान: किसान आंदोलन के चलते शंभू बॉर्डर कई महीनों से बंद है. जिसके चलते पंजाब और जम्मू कश्मीर जाने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. एक तरफ जहां किसान दिल्ली कूच की जिद पर अड़े हैं, तो वहीं पुलिस भी किसानों को किसी भी कीमत पर हरियाणा में प्रवेश नहीं करने देना चाहती. हालांकि किसान बार-बार दिल्ली कूच करने की नाकाम कोशिश जरूर कर रही है. लेकिन पुलिस प्रशासन के पुख्ता इंतजाम के चलते वो आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं.
किसानों के प्रदर्शन के चलते शंभू बॉर्डर बंद होने से वाहन चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वाहन चालक सरकार से सरकार समाधान करने की अपील कर रहे हैं. अब देखना होगा कि कब तक सरकार इसका समाधान करती है और कब तक शंभू बॉर्डर को खोलने का फैसला लेती है. ताकि किसानों के साथ-साथ आमजन भी राहत की सांस ले सके.
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