अंबाला: अंबाला की अनाज मंडियों में गेहूं की फसल का सीजन लगभग खत्म होने वाला है. किसान अपने खेतों में लगभग फसल काटकर मंडी में बेच चुके लेकिन मंडियों में धीमे उठान के कारण आढ़तियों के साथ-साथ किसान भी परेशान हैं. क्योंकि जब तक मंडी में से फसल नहीं उठती, तब तक किसानों के खातों में पेमेंट नहीं आएगी. इस बात से मंडी प्रशासन भी परेशान है.
मंडी में फसल उठान की प्रक्रिया धीमी: इस बार अप्रैल में भी मौसम ठंडा रहा है. जिस कारण से खेतों में खड़ी गेहूं की फसल को काफी फायदा हुआ है और किसानों काफी खुशी से अपनी फसल लेकर मंडी मे पहुंच रहा है और फसल आढ़ती को दे रहे हैं. लेकिन किसान व आढ़ती वहां परेशान हो गए. जब मंडी में धीमा उठान होने लगा. क्योंकि एक तो बरसात लगातार आ रही है.
मंडी में पहुंची बंपर फसल: दूसरा जब तक फसल का उठान नहीं होगा और किसानों के खाते में पेमेंट नहीं आएगी. इसी को लेकर किसान व आढ़ती का कहना है कि सरकार को चाहिए कि वह जल्दी से उठान करें और हम परेशानी से बचे. वहीं, मंडी के पूर्व चेयरमैन का कहना है कि इस बार बहुत ही अच्छी फसल हुई है. लेकिन यहां पर उठान धीमे हैं. जिस कारण आढ़ती व किसान दोनों ही परेशान है.
कितनी हुई फसल की आवक: वहीं, इस बार अनाज मंडी में भी बंपर आवक हुई है. जहां पिछली बार एक 1 लाख 17 हज़ार क्विंटल आवक हुई थी. इस बार अब तक 1 लाख 51 हजार क्विंटल अब तक आवक हो चुकी है और कुछ क्विंटल अभी और आ सकती है. उनका कहना है जो उठान की समस्या आ रही है. इसलिए वे अपने उच्च अधिकारियों के संपर्क में है व एजेंसियों से भी बात हो रही है. जल्दी ही उठान में तेज़ी आ जाएगी.
'जल्द हो फसल का उठान': किसानों की गेहूं की फसल लगभग बिक चुकी है और थोड़ी बहुत जो बची है वो भी दो चार दिन में मंडियों में आ जाएगी. अबकी बार गेहूं की बंपर पैदावार होने से किसान काफी खुश हैं. लेकिन मंडियों से उठान धीमा होने के कारण नाराज भी दिखाई दे रहे हैं. हालांकि उनकी फसल बिक चुकी है, लेकिन जब तक उठान नहीं होगा तब तक उनकी पेमेंट नहीं आएगी. किसान सरकार से अपील कर रहे है कि उनकी फसल का उठान जल्दी किया जाए ताकि फसल की जो पेमेंट है वो उनके खाते में आ सके और वो अपने काम पूरे कर सके.
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