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हवलदार चौहान हेंब्रम हत्याकांड: नेता प्रतिपक्ष ने सरकार से पूछे चार सवाल, सात दिन हो गए आखिर क्यों नहीं पकड़ा गया हत्यारा - Havildar murder case

Havildar Chauhan Hembram Murder. नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने चौहान हेंब्रम की हुई हत्या के सात दिन गुजर जाने के बाद भी हत्यारे की गिरफ्तारी नहीं होने पर सवाल खड़ा किया है. उनका कहना है कि एक गैंगरेप आरोपी, जिसपर पोस्को एक्ट लगा हुआ है, उसके इलाज के दौरान सिर्फ एक हवलदार को ही ड्यूटी पर क्यों लगाया गया.

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अमर कुमार बाउरी की तस्वीर (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Aug 17, 2024, 11:03 PM IST

रांची: हवलदार चौहान हेंब्रम की हत्या के बाद उनके परिजन ने आज शनिवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की. राज्य सरकार ने पीड़ित परिवार को ढाढस बंधाते हुए मुआवजे की घोषणा की. इन सबके बीच इस घटना को लेकर आज जमकर सियासत होती रही. एक तरफ मुख्यमंत्री से पीड़ित परिवार ने मुलाकात की तो वहीं दूसरी ओर इस परिवार से मिलने विपक्षी दल बीजेपी के नेताओं का भी दौरा रहा. इधर, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने 11 अगस्त को चौहान हेंब्रम की हुई हत्या के 7 दिन गुजर जाने के बाद भी हत्यारे की गिरफ्तारी नहीं होने पर सवाल खड़ा किया है.

अमर कुमार बाउरी का बयान (ETV BHARAT)

नेता प्रतिपक्ष ने इसे राज्य सरकार की नाकामी बताते हुए कहा कि आज सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा से पता चला कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और गांडेय विधायक कल्पना सोरेन चौहान हेंब्रम के पीड़ित परिवार से अपने रांची स्थित आवास पर मुलाकात की. इस मुलाकात का प्रचार प्रसार पूरे जोर-शोर से किया गया है. जबकि हकीकत यह है कि जब भाजपा झारखंड प्रदेश के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी एवं असम के मुख्यमंत्री और भाजपा के झारखंड विधानसभा चुनाव के सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने पीड़ित परिवार से मिलने की सूचना जारी की तो आनन फानन में राज्य सरकार ने चौहन हेंब्रम के परिवार को रातों-रात रांची बुला लिया. यह इस बात का प्रतीक है कि राज्य सरकार भारतीय जनता पार्टी के गरीबों को हक दिलाने के लिए किए गए इस पहल से डर गई है.

नेता प्रतिपक्ष ने चार सवालों पर मांगा सरकार से जवाब

इस मामले में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने सरकार से चार सवालों पर जवाब मांगा है. उन्होंने पूछा कि शहीद परिवार को जो मुआवजा राज्य सरकार ने दिया है यह उनकी कमाई का ही पैसा है फिर सरकार की तरफ से उन्हें क्या कुछ दिया गया है. दूसरा सवाल उन्होंने किया कि पीड़ित परिवार को देर रात रांची बुलाने की क्या जरूरत थी. क्या गांडेय की विधायक और मुख्यमंत्री उनके पैतृक आवास पर जाकर नहीं मिल सकते थे, क्या भारतीय जनता पार्टी के दबाव में यह काम किया गया.

तीसरा सवाल पूछा गया कि राज्य सरकार आखिर संवेदनहीन क्यों हो गई है. इतने दिनों तक उन्होंने इस मसले पर चुप क्यों रहे और चौथा अंतिम सवाल आखिर एक गैंगरेप, जिस पर पोस्को एक्ट लगा हुआ है और हत्या का आरोपी को इलाज के दौरान सिर्फ एक सुरक्षाकर्मी ही क्यों दिया गया. इन सभी सवालों पर नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार से जवाब मांगा है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी राज्य के हर गरीब के साथ खड़ी है और उनके हक और अधिकार के लिए किसी भी लड़ाई को लड़ने के लिए तैयार है.

ये भी पढ़ें: धर्म विशेष का है हत्यारा इसलिए हेमंत के होंठ सिले हुए, कोई रामजी होता तो तल्ख होता रवैया: बाबूलाल मरांडी

ये भी पढ़ें: हवलदार का हत्यारा 'शाहिद' जल्द होगा गिरफ्तार, पीड़ित परिवार से बोले सीएम हेमंत, एक सदस्य को नौकरी की घोषणा

रांची: हवलदार चौहान हेंब्रम की हत्या के बाद उनके परिजन ने आज शनिवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की. राज्य सरकार ने पीड़ित परिवार को ढाढस बंधाते हुए मुआवजे की घोषणा की. इन सबके बीच इस घटना को लेकर आज जमकर सियासत होती रही. एक तरफ मुख्यमंत्री से पीड़ित परिवार ने मुलाकात की तो वहीं दूसरी ओर इस परिवार से मिलने विपक्षी दल बीजेपी के नेताओं का भी दौरा रहा. इधर, नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने 11 अगस्त को चौहान हेंब्रम की हुई हत्या के 7 दिन गुजर जाने के बाद भी हत्यारे की गिरफ्तारी नहीं होने पर सवाल खड़ा किया है.

अमर कुमार बाउरी का बयान (ETV BHARAT)

नेता प्रतिपक्ष ने इसे राज्य सरकार की नाकामी बताते हुए कहा कि आज सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा से पता चला कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और गांडेय विधायक कल्पना सोरेन चौहान हेंब्रम के पीड़ित परिवार से अपने रांची स्थित आवास पर मुलाकात की. इस मुलाकात का प्रचार प्रसार पूरे जोर-शोर से किया गया है. जबकि हकीकत यह है कि जब भाजपा झारखंड प्रदेश के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी एवं असम के मुख्यमंत्री और भाजपा के झारखंड विधानसभा चुनाव के सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने पीड़ित परिवार से मिलने की सूचना जारी की तो आनन फानन में राज्य सरकार ने चौहन हेंब्रम के परिवार को रातों-रात रांची बुला लिया. यह इस बात का प्रतीक है कि राज्य सरकार भारतीय जनता पार्टी के गरीबों को हक दिलाने के लिए किए गए इस पहल से डर गई है.

नेता प्रतिपक्ष ने चार सवालों पर मांगा सरकार से जवाब

इस मामले में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने सरकार से चार सवालों पर जवाब मांगा है. उन्होंने पूछा कि शहीद परिवार को जो मुआवजा राज्य सरकार ने दिया है यह उनकी कमाई का ही पैसा है फिर सरकार की तरफ से उन्हें क्या कुछ दिया गया है. दूसरा सवाल उन्होंने किया कि पीड़ित परिवार को देर रात रांची बुलाने की क्या जरूरत थी. क्या गांडेय की विधायक और मुख्यमंत्री उनके पैतृक आवास पर जाकर नहीं मिल सकते थे, क्या भारतीय जनता पार्टी के दबाव में यह काम किया गया.

तीसरा सवाल पूछा गया कि राज्य सरकार आखिर संवेदनहीन क्यों हो गई है. इतने दिनों तक उन्होंने इस मसले पर चुप क्यों रहे और चौथा अंतिम सवाल आखिर एक गैंगरेप, जिस पर पोस्को एक्ट लगा हुआ है और हत्या का आरोपी को इलाज के दौरान सिर्फ एक सुरक्षाकर्मी ही क्यों दिया गया. इन सभी सवालों पर नेता प्रतिपक्ष ने राज्य सरकार से जवाब मांगा है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी राज्य के हर गरीब के साथ खड़ी है और उनके हक और अधिकार के लिए किसी भी लड़ाई को लड़ने के लिए तैयार है.

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