अलवर. अलवर-भरतपुर का मेवात सायबर क्राइम के लिए ही नहीं, बल्कि लंबे समय से गौ तस्करी के लिए भी चर्चित रहा है. दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे शुरू होने के बाद से ही गौ तस्करों की राह और भी आसान हो गई है. वहीं, मंगलवार को दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे पर पिलर संख्या एक के पास से पुलिस ने गौवंश से भरे एक कंटेनर को पकड़ा, जिससे 13 गोवंश बरामद हुए. ऐसे में पुलिस ने गौ तस्करों से गौवंशों को छुड़ाकर सुधासागर गौशाला भेज दिया.
पुलिस ने गौवंश से भरा कंटेनर पकड़ा : बड़ौदामेव पुलिस ने गौ तस्करों के खिलाफ कार्रवाई कर 15 गौवंशों को मुक्त कराया. पुलिस को देखकर गौ तस्कर एक्सप्रेस-वे पर गाड़ी छोड़कर भाग गए. थानाधिकारी बने सिंह ने बताया कि दिल्ली- मुम्बई एक्सप्रेस-वे पर पुलिस को सूचना मिली थी कि पिलर नंबर 105 पर एक कंटेनर खड़ा है, जिसमें गौवंश भरा है. इस पर गश्त कर रही पुलिस टीम को सूचना दी गई. हेड कांस्टेबल महेन्द्र कुमार पुलिस जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस को देखकर गौ तस्कर गाड़ी छोड़कर फरार हो गए. पुलिस के कंटेनर की तलाशी लेने पर उसमें से 13 गौवंश बरामद हुए. पुलिस ने गोवंश को कंटेनर से निकालकर बगड़ तिराहा स्थित सुधासागर गौशाला भेज दिया. वहीं, पुलिस वाहन मालिक के साथ ही फरार गौतस्करों की भी तलाश कर रही है.
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जिले में गौ तस्करी की समस्या पुरानी है. मेवात में गौ तस्करों के ठिकाने होने से गौवंशों की तस्करी कर उन्हें हरियाणा और दिल्ली ले जाया जाता है. वहीं, कई गौ तस्करों को पुलिस इससे पहले भी दबोच चुकी है. पूर्व में गौ तस्कर हरियाणा व उत्तर प्रदेश के लिए कच्चे रास्तों का उपयोग करते थे. अलवर के ग्रामीण क्षेत्रों से गौवंश वाहनों में भरकर हरियाणा और दिल्ली ले जाते थे. वहीं, अब दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे शुरू होने के बाद गौ तस्करों ने कच्चे रास्तों से गौ तस्करी छोड़ दी है और अब वे एक्सप्रेस-वे का इस्तेमाल कर रहे हैं.