जयपुर. दो बार राज्यसभा सांसद और एक बार केंद्रीय मंत्री रहे भूपेंद्र यादव भारतीय जनता पार्टी का देश और प्रदेश में जाना-पहचाना नाम हैं, लेकिन इस बार खास बात यह है कि वे पहली बार चुनाव लड़कर लोकसभा में राजस्थान का प्रतिनिधित्व करेंगे और मोदी सरकार 3.0 में उन्हें कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ दिलाई गई है. भूपेंद्र यादव भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भी रहे हैं.
राजस्थान के अजमेर में 30 जून 1969 को जन्मे भूपेंद्र यादव के पिता मूलतः गुरुग्राम के रहने वाले हैं, लेकिन रेलवे में नौकरी के चलते वे लंबे समय तक अजमेर में रहे. भूपेंद्र यादव की प्रारंभिक शिक्षा अजमेर में ही हुई थी. यहीं से बाद में उन्होंने कानून की डिग्री ली और वकालत करने लगे. वे बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े थे. विद्यार्थी जीवन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में भी काम किया.
भाजपा ने भूपेंद्र यादव को पहली बार साल 2012 में राजस्थान से राज्यसभा भेजा. इसके बाद जब अमित शाह ने भारतीय जनता पार्टी की कमान संभाली तो भूपेंद्र यादव 2014 में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बने. उन्हें 2018 में एक बार फिर पार्टी ने राज्यसभा भेजा और मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में उन्हें कैबिनेट मंत्री के रूप में श्रम और पर्यावरण मंत्री बनाया गया.
पहली बार लड़ा लोकसभा चुनाव : भारतीय जनता पार्टी की राजनीति में देश और प्रदेश में अपनी अलग पहचान बनाने वाले भूपेंद्र यादव कई राज्यों के प्रभारी भी रहे हैं. इस बार पार्टी ने उन्हें राजस्थान की अलवर सीट से लोकसभा चुनाव के मैदान में उतारा, जहां कांग्रेस के युवा प्रत्याशी ललित यादव से उनका मुकाबला हुआ. अलवर से पहली बार लोकसभा चुनाव में भूपेंद्र यादव ने जीत दर्ज की है. अब उन्हें मोदी सरकार 3.0 में बतौर कैबिनेट मंत्री जिम्मेदारी मिली है.