सरगुजा: लुंड्रा क्षेत्र के सिलसिला में स्थित मां कुदरगढ़ी एलुमिना रिफायनरी हादसा मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है. मर्ग जांच के आधार पर लुंड्रा के रघुनाथपुर चौकी पुलिस ने मां कुदरगढ़ी मिनरल्स एंड रिफैक्ट्री प्राइवेट लिमिटेड के जीएम, सुपरवाइजर, प्रोडक्शन मैनेजर, ब्रायलर इंजार्च, ठेकेदार समेत 6 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज किया है, जबकि जांच में अन्य लोगों के नाम भी शामिल होने की बात कही जा रही है.
इधर घटना के बाद एक महीने के लिए फैक्ट्री को सील कर दिया गया है. हादसे में कंपनी प्रबंधन ने मुआवजे का ऐलान किया है. एल्युमिना रिफाइनरी प्रबंधन चार मृतक श्रमिकों के परिजनों को 15-15 लाख रुपए की सहायता राशि देगी. इस बात की घोषणा राज्य सरकार की तरफ से की गई है.
फैक्ट्री में क्या बनाया जाता है: लुंड्रा विकासखंड के सिलसिला स्थित मां क़ुदरगढ़ी मिनरल्स एन्ड रिफैक्ट्री प्राइवेट मिलिटेड में बाक्साइट को गलाकर एल्युमिनियम पाउडर बनाया जाता है. फैक्ट्री के मालिक ने फैक्ट्री के संचालन का जिम्मा जीएम राजकुमार सिंह, सुपरवाइजर रंजित चौधरी, प्रोडक्शन मैनेजर तेज मलानी, बॉयलर इंचार्ज बीके मिश्रा, बायलर इंजार्च राकेश कुमार सिंह की देखरेख में पंजाब लुधियाना तेजबहादुर नगर निवासी ठेकेदार विपिन मिश्रा को दिया था.
हॉपर में ज्यादा कोयला भरने से से हादसा: प्लांट में लगाए गए ब्रायलर के हॉपर में पहले भूसा डालकर काम किया जाता था लेकिन कंपनी के ठेकेदार ने उत्पादन बढ़ाने के लिए क्षमता से अधिक कोयला हॉपर में डाल दिया. जिससे हॉपर अचानक टूटकर गिर गया. इस हादसे में प्रिंस ठाकुर, मनोज सिंह राजपूत, करणवीर मांझी व रामेश्वर मांझी की दबकर मौत हो गई.
मां कुदरगढ़ी मिनरल्स फैक्ट्री एक महीने के लिए बंद: इस मामले में सीएम के निर्देश पर कलेक्टर ने जांच टीम गठित की. जांच टीम मंगलवार को घटना स्थल पहुंची. जांच टीम के सदस्य एसडीएम लुण्ड्रा नीरज कौशिक सहित एसडीओपी लुण्ड्रा, जिला श्रम पदाधिकारी, प्रबंधक जिला व्यापार एवं उद्योग अंबिकापुर और औद्योगिक सुरक्षा अधिकारी अंबिकापुर बहादुर सिंह कंवर दोपहर में प्लांट पहुंचे. प्रारंभिक जांच के बाद टीम लौट गई है. जबकि कांग्रेस की जांच टीम भी पूर्व विधायक रामदेव राम के नेतृत्व में घटना स्थल पहुंची. वहीं इस घटना के बाद फैक्ट्री को एक महीने के लिए सील कर दिया गया है इस दौरान फैक्ट्री में कोई काम नहीं होगा.
जांच में लापरवाही का खुलासा, 6 के खिलाफ FIR: चौकी प्रभारी राजेंद्र सिंह ने बताया कि जांच में यह बात सामने आई है कि फैक्ट्री संचालन के दौरान मजदूरों की सुरक्षा को लेकर लापरवाही बरती गई. मजदूरों को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए बिना भी उपेक्षापूर्ण तरीके से काम कराया जा रहा था. इसके साथ ही भूसा के स्थान पर क्षमता से ज्यादा कोयला हॉपर बंकर में भरा गया. इस मामले में पुलिस ने जीएम राजकुमार सिंह, सुपरवाइजर रंजित चौधरी, प्रोडक्शन मैनेजर तेज मलानी, बॉयलर इंचार्ज बीके मिश्रा, बायलर इंजार्च राकेश कुमार सिंह, ठेकेदार विपिन मिश्रा व अन्य के खिलाफ बीएनएस की धारा 106(1), 3(5) के तहत अपराध दर्ज किया है जबकि जांच के बाद अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर होगी.
हादसे में मुआवजे का ऐलान: एल्युमिना रिफाइनरी का प्रबंधन फैक्ट्री में हॉपर गिरने से मरने वाले चार श्रमिकों के परिवारों को 15-15 लाख रुपए का मुआवजा देगा. इस बात की जानकारी सरगुजा जिला प्रशासन की तरफ से दिया गया है. जिला प्रशासन ने यह भी निर्देश दिया है कि प्राधिकरण से अनुमति लिए बिना फैक्ट्री अपना संचालन फिर से शुरू नहीं कर सकती है
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमोलक सिंह ढिल्लो ने बताया कि पुलिस ने प्रारंभिक जांच के बाद एफआईआर दर्ज किया है. फिलहाल जांच जारी है, जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई होगी.