दुर्ग : ग्राम पंचायत तिरगा में हुए सरपंच पद के चुनाव को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. तिरगा ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए पुनर्मतदान की मांग की. ग्रामीणों ने कलेक्टोरेट पहुंचकर मतदान में गड़बड़ी को लेकर ज्ञापन सौंपा है.
विजयी सरपंच पर पैसा देकर वोट डलवाने का आरोप : ग्रामीणों ने ज्ञापन में आरोप लगाया कि सरपंच पद के लिए हुए चुनाव में विजयी उम्मीदवार घसिया राम और उनके परिजनों ने फर्जी मतदान कराया है. ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव अधिकारियों की मिलीभगत से अनियमितताएं की गईं, जिससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया प्रभावित हुई.ग्रामीणों के अनुसार घसिया राम ने स्काउट गाइड के बच्चों को पैसे देकर अपने पक्ष में मतदान करवाया, जो चुनावी नियमों का उल्लंघन है.
फर्जी वोट डलवाने का आरोप : ग्रामीण भूपेंद्र बेलचंदन का कहना है कि इस तरह के कृत्य से निष्पक्ष चुनाव की मूल भावना को ठेस पहुंची है और यह लोकतंत्र के लिए खतरा है.इस चुनाव में घसिया राम को उनके प्रतिद्वंद्वी मुकेश बेलचंदन के मुकाबले 30 वोटों से विजयी घोषित किया गया. लेकिन ग्रामीणों का दावा है कि यह जीत फर्जी तरीकों से प्राप्त की गई, जिसमें पैसे देकर वोट डलवाने और चुनाव अधिकारियों की मिलीभगत से गड़बड़ी करने जैसी घटनाएं शामिल हैं. गांव के लोगों ने इस मामले की निष्पक्ष जांच करने और दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है.
चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ी हुई है और यह लोकतंत्र के लिए गंभीर विषय है. जिला निर्वाचन अधिकारी से अपील की कि जल्द से जल्द इस मामले में उचित कार्रवाई की जाए और ग्राम पंचायत तिरगा में फिर से चुनाव कराए जाएं- भूपेंद्र बेलचंदन, ग्रामीण
वहीं चुनाव के दौरान मौजूद छात्राओं ने आरोप लगाया कि पैसा देकर वोट डलवाया गया है. इस दौरान डराया धमकाया भी गया है.ये सरासर अन्याय है. इस पूरे मामले पर प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.ग्रामीणों के विरोध और ज्ञापन सौंपने के बाद संभावना है कि जिला प्रशासन इस मामले की जांच कर सकता है.
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