धनबाद (निरसा): झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद जीते हुए प्रत्याशियों के कार्यकताओं में खुशी की लहर है. उनके द्वारा खुशी का इजहार करने के लिए ढोल नगाड़ों, आतिशबाजी कर किया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर हारे हुए प्रत्याशियों के कार्यालय से लेकर घर तक सन्नाटा पसरा हुआ है.
निरसा विधानसभा भाजपा की पूर्व विधायक सह भाजपा प्रत्याशी अपर्णा सेनगुप्ता ने अपने कार्यालय में प्रेस वार्ता की. जिसमें उन्होंने चुनाव में जीत हासिल करने वाले भाकपा माले प्रत्याशी अरूप चटर्जी को यह नसीहत दे डाली कि अगर हमारे कार्यकर्ता को छेड़ेंगे तो हम छोड़ेंगे नहीं. जनता ने जो जनादेश दिया है उसका पालन करें और क्षेत्र का विकास करें. पूर्व विधायक अपर्णा सेनगुप्ता ने काफी तीखे अंदाज में यह बात कही है.
इस पर पलटवार करते हुए अरूप चटर्जी ने कहा कि जनता जानती है कि यहां कौन रंगदारी करता है. उन्होंने कहा कि हमारा इतिहास कभी भी इस प्रकार का नहीं रहा है कि हम दूसरों के कार्यकर्ताओं को किसी प्रकार से परेशान करें. पिछले दिनों उन्हीं के पोद्दारडीह गांव के रहने वाले विश्वनाथ रविदास जो कि जिला परिषद के सदस्य भी हैं, उनकी पत्नी दीपाली रोहिदास के साथ, पूर्व विधायक (अपर्णा सेनगुप्ता) के देवर गौतम सेनगुप्ता एवं उनके ड्राइवर द्वारा मारपीट की गयी.
अरूप चटर्जी ने कहा कि उनका कसूर सिर्फ इतना था कि वह लोग हमारी जीत का जश्न मना रहे थे. जिसे अपर्णा सेनगुप्ता का परिवार हजम नहीं कर पाया और उसे मारपीट कर घायल कर दिया. इससे साफ जाहिर होता हैं कि निरसा में रंगदारी किसके द्वारा की जाती रही है.
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