लखनऊ : देश के किसी भी कोने में विस्फोटक सामग्री की पहचान करने के लिए डॉग स्क्वायड की जरूरत होती है. इसकी महारथ तमिलनाडु के डॉग टोनी को है, जबकि तेलंगाना का रॉक्सी दूसरे स्थान पर है. इसकी जानकारी ऑल इंडिया पुलिस ड्यूटी मीट लखनऊ में सुगंध प्रतियोगिता में सामने आई. इस प्रतियोगिता में 41 श्वानों ने हिस्सा लिया. तीन चक्र की प्रतियोगिता में तमिलनाडु के डॉग टोनी को पहला स्थान मिला. वहीं, तेलंगाना के डॉग रॉक्सी को दूसरा और पंजाब के डॉग बिंगो को तीसरा स्थान मिला. शुक्रवार को कार्यक्रम का समापन हो गया.
प्रतियोगिता में 41 श्वान शामिल : ऑल इंडिया पुलिस ड्यूटी मीट जगजीवन राम अकादमी में कंप्यूटर जागरूकता सत्र से लेकर श्वान दस्ता ट्रैकिंग और सामूहिक लिखित परीक्षा कराई गई. तीन दिन तक चले श्वान प्रतियोगिता के आखिरी दिन 41 श्वान (कुत्ते) शामिल हुए. दिन में इन श्वानों की सुगंध पहचान प्रतियोगिता कराई गई. एंटी-सबोटाज चेक प्रतियोगिता मुख्य हॉल में हुई. इस प्रतियोगिता में सामूहिक लिखित परीक्षण और व्यावहारिक अभ्यास शामिल किए गए थे, जिसमें 24 टीमों के 48 प्रतिभागी अपनी कौशल का प्रदर्शन कर रहे थे. जम्मू-कश्मीर टीम की अनुपस्थिति के बावजूद प्रतियोगिता में कठिन प्रतिस्पर्धा चली, जिसमें प्रतिभागियों ने छिपे हुए विस्फोटक सामग्रियों की पहचान कर स्थानों को सुरक्षित बनाने में अपनी कुशलता दिखाई. इस दौरान सहायक निदेशक, आईबी, मुख्य जज एनके ध्यानी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जूरी ने प्रक्रिया का पर्यवेक्षण किया.
कंप्यूटर जागरूकता में यूपी पुलिस प्रथम : लखनऊ के यूपी पुलिस हेडक्वार्टर्स में कंप्यूटर जागरूकता सेसन आयोजित किया गया. प्रतिभागियों का पहले मिलान कराया गया. इसके बाद 5 जूरी के पैनल की ओर से पवन भारद्वाज ने 47 प्रतिभागियों को संबोधित किया. प्रतियोगिता में इंस्पेक्टर यूपी के तारु मथुर और प्रमोद कुमार पहले स्थान पर रहे, जिसके बाद दूसरे स्थान पर राजस्थान के चंदन सिंह और प्रहलाद राय गुर्जर और तीसरे स्थान पर एएसआई/सीआरपीएफ के अशोक यादव और सुनील दत्त रहे.
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