हिसार: अखिल भारतीय बिश्नोई सभा का विवाद गहराता जा रहा है. अखिल भारतीय बिश्नोई सभा दो भागो में बंट गई है. बिश्नोई महासभा में सदस्य है. जिसमें अब चौदह सदस्यों कुलदीप बिश्नोई समर्थन है. सदस्यों ने मुरादाबाद के रजिस्ट्रार सोसायटी को अपना लिखित तौर से ज्ञापन सौंपा है. जिसमें कुलदीप बिश्नोई का संरक्षक पद बरकरार रखने के लिए पत्र लिखकर मांग की गई है.
कुलदीप बिश्नोई को सरंक्षक पद से हटाया: इनमें सुनील कुमार, सुभाष चंद्र बिश्नोई, पांचा राम बिश्नोई, जसवंत राम, प्रदीप कुमार, जयकिशन, कोझा राम, गंगा बिशन भादू, हजार राम पूनम चंद, नारायण डाबडी, सुरेश पटेल, नारायण डाबडी, राधेश्याम, बलदेव खोखर, धना राम, भूप सिंह, कासी राम रामस्वरूप धारणिया,अशोक धारणिया, बृजलाल, भागीरथ, सोमप्रकाश शामिल है. लैटर में कहा गया कि सोसायटी में प्रस्ताव झूठा दिया गया है. इस मामले में पिछले दिनों अखिल भारतीय बिश्नोई सभा ने पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई को सरंक्षक पद से हटा दिया था.
राज्यसभा सीट की दौड़ में कुलदीप बिश्नोई आगे: साथ ही यह फैसला लिया गया था, संरक्षक पद खत्म कर दिया था. पहले संरक्षण प्रधान चुनते थे और नए प्रधान का चुनाव लोकतांत्रिक तरीके से होगा. कुलदीप बिश्नोई ने लेटर जारी करके देवेंद्र बुडिया को परसराम को प्रधान चुना था. बाद में प्रधान देवेंद्र बुढिया ने बैठक करके कुलदीप से बिश्नोई रत्न वापस ले लिया था और कुलदीप को संरक्षक पद से हटा दिया था. इससे पूर्व प्रधान देवेंद्र बुढिया ने कुलदीप बिश्नोई के नजदीक रणधीर पनिहार पर अपने अपमान के आरोप लगाए थे. फिलहाल हरियाणा राज्य सभा की सीट खाली है. उसके लिए कुलदीप बिश्नोई भी राज्य सभा की सीट की दौड़ में है. वे दिल्ली में बड़े नेताओं के संपर्क में है. तथा गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल से मिल चुके है.
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