अलीगढ़ : अतरौली में डीएपी खाद के लिए किसान रतजगा कर रहे हैं. किसानों को डीएपी (डायमोनियम फॉस्फेट) खाद के लिए लंबी लाइनें लगानी पड़ रहीं हैं. इससे उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. 15 नवंबर की रात किसानों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया. इसमें किसान ठंड के बावजूद रजाई-कंबल लेकर रात में क्षेत्रीय सहकारी समिति पर डटे नजर आए. हालांकि डीएम के अनुसार जिले में खाद पर्याप्त मात्रा में हैं. किसानों को परेशान होने की जरूरत नहीं है.
किसान बोले-लाइन लगाना ही विकल्प : अतरौली की सहकारी समिति पर 14 नवंबर को 360 बोरी डीएपी खाद पहुंची थी. 15 नवंबर को काफी किसानों को खाद नहीं मिली. समिति के नोटिस बोर्ड पर सूचना चस्पा की गई कि गुरु नानक जयंती के कारण 16 नवंबर को डीएपी वितरित की जाएगी. इस सूचना के बावजूद किसान डीएपी की पर्ची प्राप्त करने के लिए रातभर इंतजार करते रहे. किसानों के अनुसार उनके पास कोई विकल्प नहीं बचा है. उन्होंने इस समस्या से निपटने के लिए कंबल लेकर पूरी रात समिति पर ही बिताना बेहतर समझा.
डीएपी की कमी से प्रभावित हो रही फसल : किसान महेंद्र चौधरी ने बताया कि उनकी समस्याओं का समाधान अब तक नहीं हुआ है. किसानों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है. डीएपी की कमी से उनकी फसल प्रभावित हो रही है. खेती से ही उनके घर का खर्च चलता है. पैदावार कम होने से उनके सामने आर्थिक संकट आ जाएगा. किसानों को डर है कि अगर खाद की आपूर्ति समय पर नहीं हुई तो उनकी फसलें विकसित नहीं हो पाएंगी.
डीएपी वितरण में धांधली का आरोप : किसान राजू ने बताया कि डीएपी के लिए रात एक बजे से लाइन में लगे थे. सुबह डीएपी नहीं मिली. महिला किसान श्रृंगारी ने बताया कि डीएपी नहीं मिल पा रही है. लाइन में लगने पर भी खाद नहीं मिली. किसान नेमपाल सिंह ने बताया कि डीएपी बांटने में धांधली हो रही है. इसकी वजह से उनके सामने परेशानी आ रही है.
रबी की फसल को खाद की ज्यादा जरूरत : इस समय रबी की फसल की बुवाई के लिए डीएपी के खाद की सबसे ज्यादा जरूरत है. इससे किसान समितियां पर लंबी लाइन लगाकर सुबह से शाम तक इंतजार कर रहे हैं. हालांकि जिलाधिकारी विशाख जी ने समितियों पर जाकर किसानों से DAP की समस्या को लेकर बात भी की. उन्होंने बताया कि जिले में पर्याप्त मात्रा में डीएपी एवं अन्य फास्फेटिक उर्वरक उपलब्ध हैं. इनका सभी केंद्रों पर वितरण कर निरंतर आपूर्ति कराई जा रही है.
111 सहकारी समितियों पर वितरित हो रही खाद : बता दें कि अलीगढ़ में डीएपी की किल्लत को लेकर जिलाधिकारी ने व्यवस्थाओं को परखा था. इसके बाद डीएपी वितरण के लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए गए थे. जिले में 111 सहकारी समितियों के माध्यम से खाद का वितरण हो रहा है. 6 नवंबर तक 1101 मीट्रिक टन DAP खाद का आवंटन जिले भर की समितियां के लिए हुआ था, हालांकि इसमें भी 234 मीट्रिक टन खाद केवल खैर विधानसभा को दिया गया.
सपा अध्यक्ष ने उठाया था खाद की किल्लत का मुद्दा : किसानों की इस परेशानी को लेकर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अपनी चिंता जताई थी. उन्होंने 15 नवंबर को टप्पल की जनसभा में यह मुद्दा उठाया था. सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि भाजपा सरकार किसानों को डीएपी की आपूर्ति करने में पूरी तरह नाकाम रही है. किसानों को खाद के लिए लंबी कतारों में खड़ा किया जा रहा है.
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