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कभी कबाड़ अब 'क्लब क्वीन', विंटेज लुकिंग गोल्फ कार्ट को रेलवे अधिकारी ने दिया नया रूप

Best from Waste, अजमेर रेल मंडल के एक अधिकारी ने स्टेशन पर पड़े कबाड़ को रिनोवेट कर नया बना दिया है. स्टेशन पर सालों से पड़ा विंटेज लुकिंग गोल्फ कार्ट अब क्लब क्वीन बन गया है. रेलवे की हेरिटेज इमारतों को दिखाने में इसका उपयोग किया जा सकता है. पढ़िए पूरी खबर...

vintage look golf cart
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Mar 6, 2024, 4:16 PM IST

विंटेज लुकिंग गोल्फ कार्ट को रेलवे अधिकारी ने दिया नया रूप.

अजमेर. सरकारी कार्यालयों में कई वर्षों का कबाड़ पड़ा रहता है, जो समय के साथ और खराब हो जाता है. कई बार इस कबाड़ी के सामान को नीलाम कर दिया जाता है. वहीं, अजमेर रेल मंडल में वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक सुनील कुमार महला ने रेलवे स्टेशन पर कबाड़ पड़ी जर्जर विंटेज लुकिंग गोल्फ कार्ट का रिनोवेशन करवा उसे बेस्ट बना दिया.

ई-रिक्शा से काफी भारी और मजबूत: अजमेर रेल मंडल में वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक सुनील कुमार महला ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर निरीक्षण के दौरान कबाड़ में पड़ी हुई गोल्फ कार्ट बिल्कुल जर्जर अवस्था में थी. रेलवे स्टेशन पर कर्मचारियों से उसके बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह कार्ट 20 वर्षों से अधिक समय से कबाड़ में पड़ी हुई है. उसके रिकॉर्ड के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है. संभवतः इसका रिकॉर्ड नष्ट कर दिया गया है. महला ने बताया कि यह गोल्फ कार्ट रेलवे स्टेशन पर बुजुर्गों और वीआईपी लोगों के लिए लाई गई होगी. गोल्फ कार्ट विंटेज लुक की थी और वर्तमान में आ रहे ई-रिक्शा से काफी भारी और मजबूत है.

पढ़ें. प्लास्टिक वेस्ट से सजा जोधपुर शहर, ब्लू सिटी की गलियों की पेंटिंग्स से पर्यटक अभिभूत

उन्होंने बताया कि कबाड़ से गोल्फ कार्ट को निकलवाया गया और उसे स्थानीय मैकेनिक को दिखाया गया. मैकेनिक गोल्फ कार्ट को उसके विंटेज लुक के साथ ही ठीक कर दिया, लेकिन अब इसका उपयोग कैसे और कहां किया जाए इसको लेकर विचार विमर्श हुआ. दरअसल रेलवे स्टेशन पर इसके आकार के कारण इसका उपयोग नहीं हो सकता. ऐसे में विचार आया कि रेलवे की हेरिटेज इमारतों को दिखाने में इसका उपयोग किया जा सकता है.

विंटेज लुकिंग गोल्फ कार्ट
विंटेज लुकिंग गोल्फ कार्ट

विजिटर्स को करवाती है सैर : महला ने बताया कि सन 1885 में ब्रिटिशकालीन अजमेर रेल मंडल की खूबसूरत इमारत बनी थी. आसपास रेलवे के हेरिटेज बंगले हैं, जो सवा 100 साल पुराने हैं. विंटेज लुक की गोल्फ कार्ट को विजिटर्स के लिए रखा गया है. मसलन पर्यटक और रेलवे अधिकारियों के बंगलों में आने वाले मेहमानों को अजमेर रेल मंडल कार्यालय भवन और रेलवे कॉलोनी की सैर करवाने के काम में ली जा रही है. इसको ऑफिसर क्लब में रखने का विचार है. इस विंटेज लुक वाली गोल्फ कार्ट का नाम क्लब क्वीन रखा गया है. अजमेर रेल मंडल कार्यालय और रेलवे कॉलोनी में क्लब क्वीन को काफी पसंद किया जा रहा है.

यह है क्लब क्वीन की खासियत : गोल्फ कार्ट की खासियत उसकी बनावट है. इसके आगे की ओर ट्रक नुमा शेप दिया गया है. टायरों के ऊपर आकर्षक मरघाट है जो इसको विंटेज लुक दे सकते हैं. पुरानी होने के बावजूद क्लब क्वीन काफी वजनी और मजबूत है. इसको कंट्रोल करना काफी आसान है. इसमें एक ही बटन से क्लब क्वीन को आगे और पीछे लिया जा सकता है. ब्रेक और चलाने के लिए रेस पैडल हैं. साइड में हैंड ब्रेक हैं. चार लोग आराम से इसमें सैर कर सकते हैं. क्वीन क्लब कार्ट का रूप निखर आया है, जिसको लेकर काफी चर्चा हो रही है.

विंटेज लुकिंग गोल्फ कार्ट को रेलवे अधिकारी ने दिया नया रूप.

अजमेर. सरकारी कार्यालयों में कई वर्षों का कबाड़ पड़ा रहता है, जो समय के साथ और खराब हो जाता है. कई बार इस कबाड़ी के सामान को नीलाम कर दिया जाता है. वहीं, अजमेर रेल मंडल में वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक सुनील कुमार महला ने रेलवे स्टेशन पर कबाड़ पड़ी जर्जर विंटेज लुकिंग गोल्फ कार्ट का रिनोवेशन करवा उसे बेस्ट बना दिया.

ई-रिक्शा से काफी भारी और मजबूत: अजमेर रेल मंडल में वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक सुनील कुमार महला ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर निरीक्षण के दौरान कबाड़ में पड़ी हुई गोल्फ कार्ट बिल्कुल जर्जर अवस्था में थी. रेलवे स्टेशन पर कर्मचारियों से उसके बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह कार्ट 20 वर्षों से अधिक समय से कबाड़ में पड़ी हुई है. उसके रिकॉर्ड के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है. संभवतः इसका रिकॉर्ड नष्ट कर दिया गया है. महला ने बताया कि यह गोल्फ कार्ट रेलवे स्टेशन पर बुजुर्गों और वीआईपी लोगों के लिए लाई गई होगी. गोल्फ कार्ट विंटेज लुक की थी और वर्तमान में आ रहे ई-रिक्शा से काफी भारी और मजबूत है.

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उन्होंने बताया कि कबाड़ से गोल्फ कार्ट को निकलवाया गया और उसे स्थानीय मैकेनिक को दिखाया गया. मैकेनिक गोल्फ कार्ट को उसके विंटेज लुक के साथ ही ठीक कर दिया, लेकिन अब इसका उपयोग कैसे और कहां किया जाए इसको लेकर विचार विमर्श हुआ. दरअसल रेलवे स्टेशन पर इसके आकार के कारण इसका उपयोग नहीं हो सकता. ऐसे में विचार आया कि रेलवे की हेरिटेज इमारतों को दिखाने में इसका उपयोग किया जा सकता है.

विंटेज लुकिंग गोल्फ कार्ट
विंटेज लुकिंग गोल्फ कार्ट

विजिटर्स को करवाती है सैर : महला ने बताया कि सन 1885 में ब्रिटिशकालीन अजमेर रेल मंडल की खूबसूरत इमारत बनी थी. आसपास रेलवे के हेरिटेज बंगले हैं, जो सवा 100 साल पुराने हैं. विंटेज लुक की गोल्फ कार्ट को विजिटर्स के लिए रखा गया है. मसलन पर्यटक और रेलवे अधिकारियों के बंगलों में आने वाले मेहमानों को अजमेर रेल मंडल कार्यालय भवन और रेलवे कॉलोनी की सैर करवाने के काम में ली जा रही है. इसको ऑफिसर क्लब में रखने का विचार है. इस विंटेज लुक वाली गोल्फ कार्ट का नाम क्लब क्वीन रखा गया है. अजमेर रेल मंडल कार्यालय और रेलवे कॉलोनी में क्लब क्वीन को काफी पसंद किया जा रहा है.

यह है क्लब क्वीन की खासियत : गोल्फ कार्ट की खासियत उसकी बनावट है. इसके आगे की ओर ट्रक नुमा शेप दिया गया है. टायरों के ऊपर आकर्षक मरघाट है जो इसको विंटेज लुक दे सकते हैं. पुरानी होने के बावजूद क्लब क्वीन काफी वजनी और मजबूत है. इसको कंट्रोल करना काफी आसान है. इसमें एक ही बटन से क्लब क्वीन को आगे और पीछे लिया जा सकता है. ब्रेक और चलाने के लिए रेस पैडल हैं. साइड में हैंड ब्रेक हैं. चार लोग आराम से इसमें सैर कर सकते हैं. क्वीन क्लब कार्ट का रूप निखर आया है, जिसको लेकर काफी चर्चा हो रही है.

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