नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी पर करोड़ों के घोटाले का आरोप लगाया है. कांग्रेस नेता अजय माकन ने पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर हमला करते हुए कहा, "दिल्ली विधानसभा के अंदर एक ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने पार्टी इस बात पर बनाई थी कि वह भ्रष्टाचार को उजागर करेंगे और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ेंगे. UPA सरकार के कार्यकाल के दौरान CAG रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाए जाते थे." माकन ने CAG रिपोर्ट का हवाला देते हुए केजरीवाल सरकार पर 382 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया है.
अजय माकन ने कहा; ''केजरीवाल कहते हैं कि दिल्ली में हम समय से पहले काम कर लेते हैं, जितने में काम करना होता है उससे कम कीमत पर कार्य पूरा कर लेते हैं. हर काम में सरकार पैसा बचा लेती है.'' माकन ने कहा, " CAG रिपोर्ट कहती है कि दिल्ली में पिछले 10 साल में केवल तीन अस्पताल बनकर तैयार हुए. इनमें एक का एक्सटेंशन है और इनकी शुरुआत कांग्रेस के समय हुई थी. लेकिन इन हॉस्पिटल को बनने में समय तो ज्यादा लगा ही, बल्कि जितने का टेंडर था, उससे ज्यादा पैसा खर्च हुए.
• राजीव गांधी सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल का हाल ये है कि यहां 6 मॉड्युलर, सेमी मॉड्युलर ऑपरेशन थिएटर, स्टोन सेंटर, ट्रांसप्लांट ICU, 77 प्राइवेट-स्पेशल रूम, 16 ICU बेड, 154 जनरल बेड ऑपरेशनल नहीं हैं। रेजिडेंट डॉक्टर फंक्शनल नहीं हैं।
— Delhi Congress (@INCDelhi) January 22, 2025
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CAG रिपोर्ट को रोकने का सबसे बड़ा कारण: कांग्रेस सांसद अजय माकन ने दावा करते हुए कहा, ''इंदिरा गांधी अस्पताल बनाने में 314 करोड़ रुपए, बुराड़ी हॉस्पिटल बनाने में 41 करोड़ रुपए और मौलाना आजाद हॉस्पिटल बनाने में 26 करोड़ रुपए फालतू में खर्च किए गए. कुल 382 करोड़ रुपए फालतू खर्च किए गए. ये मैं नहीं बल्कि CAG की रिपोर्ट कह रही है. इसलिए केजरीवाल ने CAG रिपोर्ट को विधानसभा में पेश नहीं होने दिया.''
CAG रिपोर्ट का हवाला देते हुए माकन ने कहा, "दिल्ली सरकार ने 2007-15 के बीच 15 प्लॉट दिल्ली सरकार ने एक्वायर किए, लेकिन कहीं भी काम शुरू नहीं हुआ. 2016-17 से लेकर 2021-22 तक इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट में जितने पैसे मिले, उनमें से 2,623 करोड़ रुपए खर्च ही नहीं हो पाया, जो बाद में लैप्स हो गए. दिल्ली सरकार इस पेज को खर्च नहीं कर पाईं." माकन ने कहा सीजी रिपोर्ट को विधानसभा में न पेश करने का ये भी एक कारण था.
दिल्ली में बेरोजगारी है, लेकिन यहां हेल्थ सेक्टर में 8,194 पद खाली हैं।
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• डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर में 3,268
• DGHS में 1532
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• ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट में 75
• MAMC में 503
• लोकनायक अस्पताल में 581
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केजरीवाल के कामकाज पर कांग्रेस ने उठाए सवाल: माकन ने कहा, "कोविड के दौरान केंद्र सरकार से कुल 635 करोड़ रुपए दिल्ली सरकार को मिले, उसमें से 360 करोड़ रुपए दिल्ली सरकार खर्ची नहीं कर पाई. जिसके चलते पैसा लेप्स हो गया. विवाद के दौरान दिल्ली में लाशों अंबार था, अस्पतालों में बेड उपलब्ध नहीं थे. अस्पतालों में आईसीयू और ऑक्सीजन की उपलब्धता नहीं थी." माकन ने कहा कोविड के दौरान लोग ऑक्सीजन और आईसीयू बेड्स के लिए तरस रहे थे. इससे बड़ा कोई क्रिमिनल नेगलिजेंस नहीं हो सकता.
दिल्ली के अस्पतालों का हाल: अजय माकन ने CAG रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा; ''राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का हाल ये है कि यहां 6 मॉड्युलर, सेमी मॉड्युलर ऑपरेशन थिएटर, स्टोन सेंटर, ट्रांसप्लांट ICU, 77 प्राइवेट-स्पेशल रूम, 16 ICU बेड, 154 जनरल बेड ऑपरेशनल नहीं हैं. रेजिडेंट डॉक्टर फंक्शनल नहीं हैं. वहीं, जनकपुरी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में 7 ऑपरेशन थिएटर, किचन, ब्लड बैंक, इमरजेंसी, मेडिकल गैस पाइपलाइन, 10 CCU बेड, 200 जनरल बेड काम ही नहीं कर रहे. यहां बेड ऑक्यूपेंसी रेट 20-40% है.
जबकि, चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय बच्चों का सबसे बड़ा अस्पताल है, जहां बच्चों की सर्जरी का वेटिंग टाइम 12 महीने का है. यहां के ऑपरेशन थिएटर में 10 जरूरी उपकरण काम ही नहीं करते हैं. चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय में प्रति दिन एक्स-रे की क्षमता 330 है, जबकि केवल 109 एक्स-रे हो रहे. अल्ट्रासाउंड की क्षमता 35 की है, जबकि 7 हो रहे हैं. सिटी-स्कैन की क्षमता 12 है, लेकिन सिर्फ 3 हो रहे.
दिल्ली के अस्पतालों में डॉक्टरों और अन्य स्टॉफों की कमी: अजय माकन ने कहा कि दिल्ली में बेरोजगारी है, लेकिन यहां हेल्थ सेक्टर में 8,194 पद खाली हैं. डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर में 3,268, DGHS में 1532, स्टेट हेल्थ मिशन में 1036, ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट में 75, MAMC में 503, लोकनायक अस्पताल में 58, राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी में 580, जनकपुरी में 298, चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय में 322. यहां 21% नर्सिंग स्टॉफ, 30% पैरामेडिक्स स्टॉफ और 30% स्पेशियलिस्ट डॉक्टरों की कमी है. केजरीवाल ने दिल्ली को ऐसा चिकित्सा मॉडल दिया है.
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