किशनगंज: असदुद्दीन औबेसी की पार्टी AIMIM सीमांचल के किशनगंज लोकसभा सीट को छोड़ कर अन्य किसी सीट पर चुनाव नहीं लड़ेगी. किशनगंज संसदीय सीट के उम्मीदवार और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने गुरुवार को यह जानकारी दी. इसका मतलब यह हुआ कि एआईएमआईएम पूर्णिया, अररिया और कटिहार लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने का इरादा छोड़ दिया है. इससे पहले AIMIM ने 16 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा की थी.
अन्य उम्मीदवारों के नाम का ऐलान जल्द : किशनगंज सीट से प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान उम्मीदवार हैं. बुधवार को उन्होंने नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है. कटिहार सीट से एआईएमआईएम नेता आदिल हसन के नाम का ऐलान किया गया था. अख्तरुल ईमान ने कहा कि आदिल हसन को किशनगंज का इलेक्शन प्रभारी बनाया गया है. इसलिए वो कटिहार से चुनाव नहीं लड़ेंगे. उन्होंने कहा की केंद्रीय नेतृत्व से चर्चा के पश्चात बिहार में पार्टी और किस किस सीट पर उम्मीदवार खड़ी करेगी उस पर निर्णय लिया जाएगा.
"पूर्णिया,अररिया, कटिहार सीट पर पार्टी उम्मीदवार नहीं खड़ा करेगी. इन लोकसभा सीटों पर पार्टी किसका समर्थन करेगी इसका निर्णय आगे किया जायेगा."- अख्तरुल ईमान, प्रदेश अध्यक्ष, AIMIM
बिहार में 16 सीट पर चुनाव लड़ने का किया था ऐलानः बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन ने बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से 16 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. इसमें दरभंगा, पाटलिपुत्र, किशनगंज, मधुबनी, कटिहार, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, शिवहर, पूर्णिया, अररिया, सीतामढ़ी, काराकाट, महाराजगंज, समस्तीपुर, बेतिया और वाल्मीकि नगर लोकसभा सीट शामिल थी. AIMIM ने ऐलान किया था कि अगर सिवान सीट पर हिना शहाब निर्दलीय चुनाव लड़ती हैं तो उनकी पार्टी समर्थन करेगी.
किशनगंज में त्रिकोणीय मुकाबलाः किशनगंज लोकसभा सीट AIMIM के अलावे जदयू और कांग्रेस भी अपना उम्मीदवार उतार रही है. ऐसे में किशनगंज सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा. कांग्रेस ने मो. जावेद और जदयू ने मुजाहिद आलम को मैदान में उतारा है. लोकसभा चुनाव में अख्तरुल ईमान तीसरी बार किस्मत आजमा रहे हैं. 2019 के चुनाव में वो तीसरे नंबर पर थे.
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