रायबरेली : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) रायबरेली के मेडिकल कॉलेज भवन में सोमवार शाम को पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया. इस मौके पर संस्थान के अपर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नीरज श्रीवास्तव ने बीते 5 वर्षों में संस्थान की उपलब्धियों तथा भविष्य की योजनाओं के बारे में अवगत कराया. इस दौरान एम्स के कार्यकारी निदेशक ने कहा कि डॉक्टरों की भी कमी है, हम भी यही चाहते हैं कि जल्द से जल्द खाली सीटें भरी जाएं. हम कोशिश में लगे हैं कि किस तरह से डाॅक्टरों की भर्ती हो.
इस मौके पर संस्थान के अपर चिकित्सा अधीक्षक से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई. इस दौरान बेड की कमी व बेड न मिलने से जुड़े सवाल पूछे गए. इसके बारे में संस्थान द्वारा बेड की संख्या बढ़ाने की ओर अग्रसर होने की बात कही गई. दवा सेंटर पर दवाओं की कमी और एम्स में लगाए गए सुरक्षा गार्ड्स के व्यवहार को लेकर सवाल किए गए. इसके साथ यहां एम्स में आम जनता को हो रही परेशानियों को लेकर भी चर्चा हुई. सवालों के जवाब में संस्थान के अधिकारियों द्वारा जवाब दिए गए और खामियों को दूर करने का आश्वासन भी दिया गया. इस पर एम्स के कार्यकारी निदेशक डॉ. अरविंद राजवंशी ने कहा कि लगातार सुरक्षा गार्डों के व्यवहार को सुधारने के लिए हमारी तरफ से ट्रेनिंग दी जाती है, लेकिन यदि कोई गार्ड बार-बार आम लोगों से दुर्व्यवहार करता है तो उसे हटा भी दिया जाता है.
उन्होंने यह भी कहा कि रेडियोलॉजिस्ट के लिए पिछले चार-पांच साल से हम प्रयास कर रहे हैं. हम लगातार विज्ञापन निकालते रहते हैं. हमारे यहां स्टाफ की कमी है, यहां पर डॉक्टरों की भी कमी है. हम भी यही चाहते हैं कि जल्द से जल्द खाली सीट भरी जाए, लेकिन बहुत से डॉक्टर अप्लाई ही नहीं करते हैं.
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