मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : छत्तीसगढ़ में 1 दिसंबर को एड्स जागरुकता दिवस मनाया गया था.इस दौरान एमसीबी जिले में स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल ने लोगों को एड्स के प्रति जागरुक करने के लिए प्रचार वाहन को हरी झंडी दिखाई थी. जिसमें जिले के कलेक्टर, सीएमएचओ अविनाश खरे, और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारी सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद थे. लेकिन प्रचार अभियान की असलियत अगले ही दिन सामने आ गई.
कांग्रेस ने किया तीखा प्रहार : जिस वाहन को स्वास्थ्य मंत्री ने हरी झंडी देकर रवाना किया था,वो सिर्फ एक दिन घूमकर वापस सजी धजी हालत में आवासीय कॉलोनी में शोभा बढ़ाती नजर आई.जिसके बाद विपक्ष को बैठे बिठाए मुद्दा मिल गया.कांग्रेस अब प्रचार वाहन के बहाने प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य मंत्री पर निशाना साध रही है. जिला कांग्रेस अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव ने इस मामले को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ये प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था का असली चेहरा है.
जिला कांग्रेस अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव ने कहा स्वास्थ्य विभाग की यह स्थिति बताती है कि सरकार की योजनाएं केवल कागजों पर चल रही हैं.अगर ड्राइवर की व्यवस्था नहीं थी, तो वाहनों को हरी झंडी दिखाने का औचित्य ही क्या था?. मंत्री जायसवाल ने इस कार्यक्रम में कहा था कि प्रचार वाहन पूरे जिले में घूम-घूमकर एड्स के प्रति जागरूक करेगा.लेकिन स्वास्थ्य विभाग की नाकामी ने इस दावे की पोल खोल दी.
जिस वाहन को मंत्री जी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, वह अगले दिन जागरूकता के लिए निकला ही नहीं. क्योंकि इस वाहन में ड्राइवर ही नहीं है. मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री केवल घोषणाएं करने में माहिर हैं- अशोक श्रीवास्तव, जिलाध्यक्ष कांग्रेस
प्रचार वाहन में नहीं है चालक और क्लीनर : वहीं ईटीवी भारत ने जब इस मामले में स्वास्थ्य विभाग से जानकारी मांगी तो उनका कहना था कि जिस प्रचार वाहन को रवाना किया गया था उसमें वाहन चालक और क्लीनर की व्यवस्था नहीं है. सीएचएमओ अविनाश खरे ने बताया कि दो वाहनों को रवाना किया गया था, लेकिन एक वाहन में तकनीकी खामी के चलते वह खड़ा रहा. जल्द ही इसे रवाना किया जाएगा.
नुक्कड़ नाटक और जागरूकता अभियान अधूरा : आपको बता दें कि एक दिसंबर को कार्यक्रम में नर्सिंग की छात्राओं ने नुक्कड़ नाटक और जागरूकता कार्यक्रम प्रस्तुत किए थे. लेकिन अगले दिन से यह अभियान ठप हो गया. ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता फैलाने के लिए रवाना किए गए वाहन अपने लक्ष्य को पूरा करने में नाकाम रहे.