पटना: राजधानी पटना के कृषि भवन सभागार में कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने राज्य के बाहर, प्रशिक्षण एवं परिभ्रमण कार्यक्रम में भाग लेने वाले किसानों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस मौके पर कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि आज बिहार के 6 जिलों से 191 किसानों को आत्मा योजना के अंतर्गत देश के विभिन्न संस्थानों में भेजा जा रहा है. जहां किसानों को प्रशिक्षण और जानकारियां दी जायेंगी.
191 किसानों को दी जाएगी ट्रेनिंग: मंगल पांडेय ने कहा की देश के अलग-अलग केंद्रों पर किसानों को प्रशिक्षित करने और परिभ्रमण के लिए आज बिहार से भेजा जा रहा है. इनमे से कुछ किसान दिल्ली के आईसीआर जा रहे हैं, कुछ किसान बकरी पालन के संस्थान मथुरा जाकर प्रशिक्षण लेंगे, तो कुछ किसान उतराखंड के अल्मोड़ा जा रहे हैं. जहां मोटे अनाज के उत्पादन की तकनीक को सीखेंगे.
कैसे होगी कम जमीन पर ज्यादा खेती: रांची में भी कुछ किसान कम भूमि पर अधिक अनाज उपजाने का प्रशिक्षण लेने जा रहे है, तो औषधीय पौधे के लिए प्रशिक्षण लेने कुछ किसान लखनऊ भेजे गए हैं. ये सभी किसान जो नई तकनीक और नई व्यवस्था है उसे सीखेंगे और कम जमीन पर ज्यादा खेती कैसे हो उसको भी सीखेंगे.
"हमारे कृषक खेती के साथ ही बकरी पालन और मत्स्य पालन की नई टेक्नोलॉजी सीखेंगे और उसके लिए जानकारी लेंगे. यह किसान जब प्रशिक्षित होकर बिहार आएंगे तो निश्चित तौर पर कई किसानों को इस तरह का प्रशिक्षण देने का काम करेंगे, जिससे बिहार के किसानों को काफी लाभ होगा."- मंगल पांडेय, कृषि मंत्री
किसान सिखांगे खेती की नई टेक्नोलॉजी: कृषि मंत्री ने कहा कि उनका मकसद है किसनों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना. वहीं इस मकसद को लेकर ही कृषि विभाग समय-समय पर किसानों को प्रशिक्षण और परिभ्रमण के लिए अन्य प्रदेश भेजती है. इस बार भी यही काम किया गया है. कुल मिलाकर देखें तो कृषि विभाग ने प्रशिक्षण के लिए 191 किसानों को अन्य प्रदेश भेजा है. किसानों को हरी झंडी दिखाकर मंगल पांडे ने रवाना किया है और दावा किया है कि यह किसान जब विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षित होकर बिहार आएंगे तो अन्य किसानों को भी प्रशिक्षित करके खेती की नई टेक्नोलॉजी को सिखाएंगे.