आगरा : ताजमहल के रख-रखाव और व्यवस्था पर इन दिनों सियासत चल रही है. असदुद्दीन ओवैसी ने ताज की कमाई को लेकर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) पर निशाना साधा था. इसके बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने ताजमहल के वीडियो वायरल होने और मुख्य मकबरे की कब्रों पर पानी टपकने समेत कुल 8 बिंदुओं पर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर सवाल खड़े कर दिए थे. उन्होंने भाजपा सरकार और एएसआई की कार्यशैली पर निशाना साधा. इसके बाद एएसआई ने सोशल मीडिया प्लटेफॉर्म X पर अखिलेश यादव को टैग करके उनकी ओर से उठाए गए सवालों के जवाब दिए. इसमें ताजमहल में किसी गंभीर संरचनात्मक समस्या के होने से इनकार किया. इतना ही नहीं एएसआई ने अखिलेश यादव को ताजमहल का भ्रमण करने की अपील भी की.
बता दें कि सपा मुखिया अखिलेश यादव ने 19 सितंबर को ताजमहल में अव्यवस्था और मुख्य मकबरे में पानी टपकने को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट किया था. लिखा था कि विश्व भर के पर्यटकों को आकर्षित करने वाले अजूबे ताजमहल के रख-रखाव को लेकर भाजपा सरकार पूरी तरह से नाकाम है. सरकार एक जीता-जागता उदाहरण होना चाहिए, कोई स्मारक भर नहीं. उन्होंने अपनी पोस्ट में मुख्य गुंबद पर लगे कलश की धातु में जंग लगने की आशंका जताई थी. ताजमहल के मुख्य गुंबद से पानी टपकने के साथ ही मुख्य मकबरे पर उगे पौधे को लेकर भी सवाल उठाए थे. लिखा था कि पौधे की जड़ें विकसित हुईं तो ताजमहल में दरारें आ सकती हैं. ताजमहल का परिसर बंदरों का अभयारण्य बन गया है. ताजमहल परिसर में जलभराव की समस्या है.
विश्व भर के पर्यटकों को आकर्षित करनेवाले अजूबे ‘ताजमहल‘ के रख-रखाव को लेकर भाजपा सरकार व उसके सुषुप्त निष्क्रिय विभाग पूरी तरह से नाकाम हैं:
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 19, 2024
- मुख्य गुंबद पर लगे कलश की धातु में ज़ंग लगने की आशंका है,
- मुख्य गुंबद से पानी टपक रहा है,
- गुंबद में पेड़ उग आने का समाचार… pic.twitter.com/anXVK9ifH3
1. ताजमहल मुख्य गुंबद पर जंग लगने की सूचना गलत है।
— Archaeological Survey of India (@ASIGoI) September 20, 2024
2. लगातार अधिक वर्षा की वजह से पानी की कुछ बूँदें देखी गई हैं जिनका निराकरण किया जा रहा है. कोई गम्भीर संरचनात्मक समस्या नही है। (1/5) https://t.co/xk4636AjoU pic.twitter.com/hil4F7HK0l
6. ताजमहल परिसर के अन्दर पर्यटकों के लिये सुन्दर वातावरण है कृपया पधारकर आनन्द लें।
— Archaeological Survey of India (@ASIGoI) September 20, 2024
7. यह एक विश्व धरोहर स्थल है एवं दुनिया के 7 अजूबों में शुमार है। कुछ भ्रामक एवं नकारात्मक खबरों से किसी को भ्रमित होने की आवश्यकता नहीं है। (4/5)
एएसआई ने अखिलेश को टैग कर दिया जवाब : एएसआई ने सपा मुखिया के सवालों पर सोशल मीडिया पर ही पलटवार किया है. लिखा है कि ताजमहल के मुख्य गुबंद पर जंग लगने की सूचना गलत है. लगातार अधिक वर्षा से पानी को कुछ बूंदें देखी गईं हैं. इनका निराकरण किया जा रहा है. ताजमहल में कोई गंभीर संरचनात्मक समस्या नहीं है. जो पौधे उगने का वीडियो वायरल हुआ था. वो पौधा मुख्य गुंबद पर नहीं था. ये ताजमहल की बाहरी दीवार पर उगा पौधा था. इसे हटाया जा चुका है. वर्षा के मौसम में इस तरह के पौधे उगते रहते हैं.
भूजल रिचार्ज होता है : ताजमहल परिसर में पिछले एक वर्ष से अधिक समय में किसी पर्यटक ने बंदर के काटने की कोई शिकायत नहीं आई है. ताजमहाल के उद्यान परिसर में वर्षा का भरा हुआ पानी है. यह क्षणिक है. यह परिसर में विद्यमान कुओं एवं रिचार्ज पिटों के जरिए भूजल में समाहित हो जाता है. यह जल संरक्षण की एक विधा है, न कि कोई समस्या है. कुछ भ्रामक एवं नकारात्मक खबरों से किसी को भी भ्रमित होने की आवश्यकता नहीं है. ताजमहल के रख-रखाव के लिए जो भी राशि खर्च की जाती है. उसका समय-समय पर ऑडिट किया जाता है. अभी तक के ऑडिट में ऐसी कोई शंका जाहिर नहीं की गई है.
Archaeological Survey of India earns hundreds of crore from Taj Mahal but this is how it treats one of the biggest symbols of Indian culture. Funnily, the same ASI argues that Waqf monuments should be taken by over by it so that it can maintain them. This is like failing a 10th… https://t.co/j2DfsrwFyB
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) September 14, 2024
ओवैसी ने भी किया था पोस्ट, लिखी थी ये बात : 12 सितंबर 2024 को एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी एक पोस्ट किया था. लिखा था कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ताजमहल से करोड़ों रुपये कमाता है, लेकिन भारतीय संस्कृति के सबसे बड़े प्रतीको में से एक के साथ ऐसा व्यवहार करता है. मजेदार बात यह है कि यह तर्क देता है कि वक्फ स्मारकों को उसके अधीन कर देना चाहिए. ताकि यह उनका रख-रखाव कर सके. यह 10वीं कक्षा की परीक्षा में फेल होने और पीएचडी के लिए आवेदन करने जैसा है.
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