आगरा: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले साल 25 दिसबंर को पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर बटेश्वर से आगरा और मथुरा के लिए हेलीकॉप्टर सेवा का शुभारंभ किया था. जिससे आगरा और मथुरा आने वाले पर्यटकों को हेलीकॉप्टर से ताजमहल, आगरा किला और मथुरा-वृन्दावन के मंदिरों का 'हवाई दर्शन' कर सकें. इसके पीछे सरकार की मंशा थी कि, आगरा और मथुरा में पर्यटन कारोबार को बढावा देने की थी. लेकिन उद्घाटन होने के बाद 170 दिन बाद भी हेलीपोर्ट से एक बार हेलीकॉप्टर ने पर्यटकों को लेकर उड़ान नहीं भरी. जिसको लेकर प्रदेश के पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने नारजगी जताते हुए, एक जुलाई से आगरा और मथुरा में हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने के निर्देश दिए हैं.
बता दें कि, राजधानी लखनऊ के पर्यटन भवन में शुक्रवार को पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने पर्यटन विभाग की समीक्षा की. जिसमें ऑनलाइन सभी जिलों के पर्यटन विभाग के अधिकारी जुडे. पर्यटन मंत्री ने विभाग की समीक्षा में कई अहम फैसले किए हैं. समीक्षा बैठक में पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने एक जुलाई से आगरा और मथुरा में हेलीकॉप्टर सेवा हर हाल में शुरू करने के निर्देश दिए हैं. कहा कि, 25 जून तक फर्म अपनी पूरी तैयारी कर ले.
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की क्षेत्रीय निदेशक दीप्ति वत्स ने बताया कि, आगरा और मथुरा में पीपीपी मॉडल पर जिस फर्म को सेवाएं शुरू करने की जिम्मेदारी मिली थी. उसकी सभी दस्तावेज की कार्रवाई पूरी की जा चुकी है. इस बारे में विभाग को भी अवगत करा दिया है. अब पर्यटन मंत्री ने एक जुलाई से हेलीकॉप्टर सेवाएं शुरू करने के निर्देश दिए हैं.
पीपीपी मॉडल पर हेलीकॉप्टर का संचालन करने वाली फर्म ने पहले कोहरे की वजह से उड़ान की सेवांए बंद रखीं. फरवरी में कोहरा खत्म होने के बाद भी हेलीकॉप्टर सेवा फिर से शुरू नहीं हुई. जबकि, अयोध्या के लिए आगरा सहित पांच जिलों से हेलीकॉप्टर सेवा शुरू करने का ऐलान भी किया गया.
योगी सरकार ने आगरा और मथुरा में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पहली बार साल 2017-18 में आगरा को लेकर हेलीपोर्ट प्रोजेक्ट तैयार किया था. जिसके लिए आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे और इनर रिंग रोड (यमुना एक्सप्रेस-वे) के पास गांव मदरा में 5 एकड़ से ज्यादा जमीन अधिकृत की गई. तब 4.95 करोड़ रुपये में हेलीपैड बनाने का काम पीडब्ल्यूडी विभाग ने शुरू किया था. ऐसे ही वृंदावन में भी हेलीपोर्ट का निर्माण कराया गया है.
पीएम मोदी ने 9 जनवरी-2019 को कोठी मीना बाजार मैदान की जनसभा से हेलीपोर्ट प्रोजेक्ट का विधिवत शिलान्यास किया था. तब अक्टूबर-2020 में हेलीपोर्ट बनकर तैयार होना था. 2021 में नया एस्टीमेट 4.95 करोड़ रुपये से बढ़कर 7.9 करोड़ का भेजा गया था. कोरोना संक्रमण के चलते हेलीपोर्ट बनाने का काम रुक गया. फिर विभाग ने बजट मांगा था तो फिर योगी सरकार ने आगरा हेलीपोर्ट और मथुरा के वृंदावन में हेलीपैड से हेलीकॉप्टर सेवा का संचालन पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल करने की प्लानिंग की.
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि, हेलीपोर्ट पर पुलिस थाना और चौकी के लिए भूमि की निशुल्क व्यवस्था संबंधित फर्म करनी है. हेलीकॉप्टर सेवा संचालित करने वाली फार्म को ही हेलीपोर्ट की सुरक्षा में तैनात पुलिस बल का खर्चा देना है. हेलीपोर्ट से सेवा शुरू करने के एवज में फर्म हर साल 25 लाख रुपये पर्यटन विभाग को देगी. फर्म को 30 साल के लिए हेलीपोर्ट लीज पर देने का करार हुआ है. करार आगे 30 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है.