आगरा: ताजनगरी आगरा की बदनाम गलियों से मुक्त कराई गई नाबालिग को उसका प्रेमी ही कोठे पर बेच गया था. 10 दिन पहले प्रेमी ने कोठे पर किशोरी का सौदा किया था. उससे वहां जबरन देह व्यापार कराया जा रहा था. पुलिस पूरे मामलें की जांच में जुटी है.
आगरा में शनिवार को ताजगंज के बसई स्थित अंडे वाली गली में नूतन के कोठे पर छापा मारकर मुक्त कराई गई किशोरी ने कई अहम जानकारियां दी हैं. पुलिस के अनुसार 17 साल की पीड़िता ने बताया कि वह राजस्थान के बूंदी जिले की रहने वाली हैं. घर में अक्सर पिता की तबीयत खराब रहती थी.
उनके इलाज के लिए क्षेत्र के आकाश नाम के युवक से कर्ज ले रखा था. कर्ज की सूद लेने आकाश का घर पर आना-जाना था. आकाश ने पीड़िता को प्रेमजाल में फंसा लिया. उसे 10 दिन पहले अपने साथ आगरा ले आया. कुछ दिन अपने साथ रखने के बाद नाबालिग को बसई स्थित नूतन के कोठे पर बेच कर चला गया.
नूतन ने नाबालिग को बंधक बना लिया. उससे जबरन देह व्यापार कराया जा रहा था. अपने ऊपर हुए जुल्म की दास्तान सुनाते समय पीड़िता रोने लगी. पुलिस अब नाबालिग की कॉउंसलिंग करा रही है. उसके परिजनों से संपर्क करने की कोशिश जारी है.
आगरा की संस्था फ्रीडम फर्म की सूचना पर ताजगंज पुलिस और मानव तस्करी निरोधक टीम ने एसीपी सदर बाजार पीयूष कांत राय के नेतृत्व में नूतन के कोठे पर छापा मारा था. लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले कोठा संचालिका नूतन फरार हो गयी.
मौके से पुलिस ने पीपल मंडी निवासी दीपक, कश्मीरी बाजार निवासी फैजान, ताजगंज के आदिल सहित दो महिलाओं को गिरफ़्तार किया है. दोनो महिलाएं नूतन के साथ मिलकर कोठा चलाती थी. फरार नूतन की तलाश में पुलिस टीम जुटी हुई हैं.
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