आगरा : राजकीय संप्रेक्षण गृह में निरुद्ध बाल अपचारियों की करतूत सामने आई है. बाल अपचारियों ने मोबाइल से वीडियो बनाए और फिर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए. एक दुष्कर्म पीड़िता के परिजन ने अधिकारियों को वायरल वीडियो की बारे में जानकारी दी तो अधिकारियों और कर्मचारियों में खलबली मच गई. आननफानन छानबीन करके रविवार देर शाम तक अधिकारियों ने सोशल मीडिया साइट से वीडियो डिलीट करा दिए. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो 24 अक्टूबर के बताए जा रहे हैं.
बता दें, मलपुरा थाना क्षेत्र में सिरौली मोड़ स्थित राजकीय संप्रेक्षण गृह है. जिसमें निरुद्ध बाल अपचारियों द्वारा चार वीडियो इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए गए. जिसमें दिख रहे बाल अपरापियों में एक अपचारी दुष्कर्म का आरोपी है. जिसके खिलाफ बीती 17 मई को अछनेरा थाना में किशोरी को बहला फुसलाकर अगवा करने और पॉक्सो एक्ट की धारा में मुकदमा दर्ज है.
"खलनायक" की पोस्ट से दहशत में पीडिता और परिजन
राजकीय संप्रेक्षण गृह में बंद बाल अपचारी ने इंस्टाग्राम पर कई वीडियो पोस्ट किए थे. सभी वीडियो के बैकग्राउंड में गाने बज रहे हैं. इनमें जेल में बदमाशी... टैग लाइन के साथ बैकग्राउंड में क्यों पड़ रही चक्कर में, कोई नहीं है टक्कर में.. बज रहा है. एक अन्य वीडियो में टैग लाइन लठ के दम पर उठा ले जाएंगे के बैक ग्राउंड में पंजाबी गाना लठ के दम पर उठा ले जाएंगे... बज रहा है. तीसरा वीडियो फुल मस्ती टैग लाइन से पोस्ट किया गया है. जिसके बैकग्राउंड में हम दर्द मोहब्बत का मिटा सकते हैं... बज रहा है. चौथे वीडियो आई मिस यू टैग लाइन के साथ पोस्ट किया गया है. जिसके बैकग्राउंड में उसके ही दिल में अब ती रहना है... हरदम बज रहा है. वीडियो के अलावा कई फोटो भी इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए गए हैं. जिस इंस्टाग्राम आईडी पर फोटो और वीडियो पोस्ट किए गए हैं, उस पर बाल अपचारी की फोटो है. जिसे उसने हिंदी फिल्म खलनायक के नाम पर रखा है.
24 अक्टूबर में बनाए गए सभी वीडियो
राजकीय संप्रेक्षण गृह के अधीक्षक रामसूरत यादव का कहना है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की जांच में पता चला है कि ये सभी वीडियो 24 अक्टूबर 2024 के हैं. परिसर के सभी कमरों की सघन तलाशी ली गई, मगर किसी पास मोबाइल फोन नहीं मिला है. इस बारे में छानबीन की जा रही है. फिलहाल सोशल मीडिया से सभी चार वीडियो इंस्टाग्राम आईडी से डिलीट करा दिए गए हैं.
सख्त कार्रवाई होगी : जिला प्रोबेशन अधिकारी अजय पाल ने बताया कि राजकीय संप्रेक्षण गृह में कई दिनों से कार्यक्रमों का आयोजन चल रहा है. इसी दौरान किसी के द्वारा मोबाइल से वीडियो बनाए जाने का आशंका है. जिन्हें किसी ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर किया है. इस मामले में कर्मचारियों की लापरवाही की जांच कराई जा रही है. जिसके आधार पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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