कोटा : उदयपुर से आगरा के बीच सोमवार से संचालित हुई वंदे भारत ट्रेन में पहले ही दिन विवाद हो गया. मामला ट्रेन को चलाने को लेकर था, जिसके कारण कोटा और आगरा रेल मंडल के स्टाफ में विवाद हो गया है. इसके बाद दोनों की ओर से जमकर मारपीट भी हुई. इस मामले में आगरा और गंगापुर सिटी जंक्शन पर काफी हंगामा हुआ. गंगापुर के जीआरपी थाना अधिकारी दलवीर सिंह का कहना है कि मारपीट के संबंध में शिकायत नहीं आई है, लेकिन रेलवे स्टेशन और ट्रेन के इंजन में काफी देर हंगामा हुआ है.
पहले कोटा रेल मंडल के कार्मिकों ने रोका : दरअसल, उदयपुर-आगरा वंदे भारत ट्रेन तीन अलग-अलग रेलवे जोन के तीन रेल मंडल से होकर गुजर रही है. ट्रेन अजमेर रेल मंडल के उदयपुर स्टेशन से शुरू होगी. इसके बाद कोटा रेल मंडल में आएगी और बाद में यह आगरा रेल मंडल में चली जाएगी. ऐसे में ट्रेन को अजमेर रेल मंडल ने उदयपुर से शुरू किया फिर ट्रेन कोटा पहुंची. यहां से आगरा रेल मंडल के कार्मिक ट्रेन को चलाने के लिए पहुंचे थे, लेकिन कोटा रेल मंडल के कर्मियों ने उन्हें रोक दिया.
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फिर आगरा रेल मंडल के कार्मिकों ने रोका : कोटा रेल मंडल के चालक और सह चालक गंगापुर से इस ट्रेन को आगरा तक लेकर गए. वहां से ही यह ट्रेन को वापस कोटा ला रहे थे, लेकिन यहां आगरा रेल मंडल के चालक और सह-चालक सहित अन्य यूनियन के लोगों ने ट्रेन को नहीं चलने दिया. उनका कहना था कि जिस तरह से गंगापुर से आगरा के चालक व सह-चालक स्पेयर के रूप में बैठकर ट्रेन में आएं, वैसे ही कोटा रेल मंडल के चालक व सह-चालक स्पेयर की तरह गंगापुर तक बैठकर आएंगे. इस दौरान ट्रेन में मौजूद कोटा रेल मंडल के यूनियन से जुड़े लोगों ने हंगामा खड़ा कर दिया.
आपको बता दें कि उदयपुर से चलने वाली यह ट्रेन उत्तर पश्चिम रेलवे अजमेर रेल मंडल से शुरू होती है. इसके बाद यह पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा रेल मंडल से होकर गुजरेगी. बाद में उत्तर मध्य रेलवे जोन में आगरा रेल मंडल जाती है. ऐसे में इस ट्रेन की वर्किंग को लेकर विवाद हुआ है.