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आगरा में लेखपाल ने पेटीएम से ली 8 हजार रुपये रिश्वत, डीएम ने जांच के आदेश दिये - AGRA ONLINE BRIBE

Accountant online bribe: आगरा में लेखपाल ने जमीन दाखिला खारिज करने के एवज में किसान से डिजिटल रिश्वत ली.

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आगरा में लेखपाल ने डिजिटल पेमेंट से रिश्वत ली (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 5, 2024, 9:57 PM IST

Updated : Dec 5, 2024, 10:14 PM IST

आगरा: जिले में लेखपाल के डिजिटल रिश्वत लेने का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है. लेखपाल ने डेढ बीघा जमीन का दाखिला खारिज करने के एवज में आठ हजार रुपये की रिश्वत पेटीएम से ली. इसी दौरान पीड़ित किसान की मौत हो गई. इसकी जमीन पर लेखपाल ने काम नहीं किया. पीड़ित की पत्नी और बेटे ने ग्राम प्रधान की मदद से लेखपाल के रिश्वत की शिकायत भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल से की.

भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल ने सीएम योगी को लेखपाल की जांच और कार्रवाई की मांग को लेकर शिकायती पत्र लिखा. साथ ही इसे प्रमुख सचिव राजस्व और आगरा डीएम को भेजा गया है. इस पर आगरा डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने शिकायत पर जांच करके सात दिन में एसडीएम सदर से रिपोर्ट मांगी है. भाजपा विधायक की शिकायत और डीएम आगरा की जांच के आदेश से जिले के लेखपालों में खलबली मची हुई है.

मामला आगरा की सदर तहसील का है. गांव पनवारी निवासी रेखा देवी ने बताया कि पति कुंज बिहारी की मौत हो चुकी है. पति कुंज बिहारी ने मौजा मिढ़ाकुर के गाटा संख्या 973 में 3576 वर्गमीटर यानी करीब डेढ बीघा जमीन राजेंद्र प्रसाद से खरीदी थी. उन्होंने क्रय जमीन का दाखिला खारिज के लिए 30 दिसंबर 2023 को आवेदन किया था. अभी तक जमीन का दाखिला खारिज नहीं हुआ है. मार्च 2024 में क्षेत्रीय लेखपाल नाहर सिंह ने 20 हजार रुपये रिश्वत में मांगे. जिसमें 12 हजार रुपये नगद लिए और 8 हजार रुपये पेटीएम कराए.

इसे भी पढ़ें-लखनऊ में विजिलेंस ने PWD के जेई को 1 लाख की घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा, सुल्तानपुर में रिश्वत लेते SDM का पेशकार गिरफ्तार

लेखपाल ने पेटीएम से रिश्वत की रकम ली. इसके बाद ही पत्रावली आगे बढ़ाई. लेकिन, 21 मई 2024 को पति कुंज बिहारी मौत हो गई. इसके बाद लेखपाल नाहर सिंह से बेटा सुमित के साथ मिली तो लेखपाल ने सुनवाई नहीं की. पंचायत हुई. लेकिन, समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो ग्राम प्रधान से शिकायत की. इसके बाद ग्राम प्रधान के साथ रेखा देवी, बेटा सुमित और किसान जुगेंद्र सिंह क्षेत्रीय भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल से मिले.

किसान ने की भाजपा विधायक से शिकायत: सदर तहसील के गांव नगला भालरा निवासी किसान जुगेंद्र ने मिढ़ाकुर के लेखपाल नाहर सिंह के डिजिटल रिश्वत लेने की शिकायत मंगलवार को फतेहपुर सीकरी के भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल से की. जिसमें किसान जुगेंद्र सिंह ने कुंज बिहारी की ओर से लेखपाल को दी गई आठ हजार रुपये की पेटीएम का स्क्रीन शॉट भी दिया. किसान जुगेंद्र ने भाजपा विधायक से कहा कि लेखपाल ना तो बिना रिश्वत लिए किसानों का काम रहे हैं और न ही पंचायत घर में बैठते हैं.

विधायक ने लिखा सीएम को शिकायती पत्र: भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल ने अपनी शिकायत में लिखा है कि लेखपाल नाहर सिंह की कार्य प्रणाली ठीक नहीं है. जो भ्रष्ट हैं. पंचायत घर में भी नहीं बैठता है. लेखपाल नाहर सिंह की वजह से सरकार की छवि धूमिल हो रही है. ऐसे में लेखपाल की जांच कराई जाए. इसके बाद लेखपाल के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाए.

यह भी पढ़ें-फर्जी मार्कशीट मामले में शिक्षक बर्खास्त, जांच कर रहे वरिष्ठ सहायक को 40 हजार की रिश्वत देकर फंसाने की कोशिश

आगरा: जिले में लेखपाल के डिजिटल रिश्वत लेने का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है. लेखपाल ने डेढ बीघा जमीन का दाखिला खारिज करने के एवज में आठ हजार रुपये की रिश्वत पेटीएम से ली. इसी दौरान पीड़ित किसान की मौत हो गई. इसकी जमीन पर लेखपाल ने काम नहीं किया. पीड़ित की पत्नी और बेटे ने ग्राम प्रधान की मदद से लेखपाल के रिश्वत की शिकायत भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल से की.

भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल ने सीएम योगी को लेखपाल की जांच और कार्रवाई की मांग को लेकर शिकायती पत्र लिखा. साथ ही इसे प्रमुख सचिव राजस्व और आगरा डीएम को भेजा गया है. इस पर आगरा डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने शिकायत पर जांच करके सात दिन में एसडीएम सदर से रिपोर्ट मांगी है. भाजपा विधायक की शिकायत और डीएम आगरा की जांच के आदेश से जिले के लेखपालों में खलबली मची हुई है.

मामला आगरा की सदर तहसील का है. गांव पनवारी निवासी रेखा देवी ने बताया कि पति कुंज बिहारी की मौत हो चुकी है. पति कुंज बिहारी ने मौजा मिढ़ाकुर के गाटा संख्या 973 में 3576 वर्गमीटर यानी करीब डेढ बीघा जमीन राजेंद्र प्रसाद से खरीदी थी. उन्होंने क्रय जमीन का दाखिला खारिज के लिए 30 दिसंबर 2023 को आवेदन किया था. अभी तक जमीन का दाखिला खारिज नहीं हुआ है. मार्च 2024 में क्षेत्रीय लेखपाल नाहर सिंह ने 20 हजार रुपये रिश्वत में मांगे. जिसमें 12 हजार रुपये नगद लिए और 8 हजार रुपये पेटीएम कराए.

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लेखपाल ने पेटीएम से रिश्वत की रकम ली. इसके बाद ही पत्रावली आगे बढ़ाई. लेकिन, 21 मई 2024 को पति कुंज बिहारी मौत हो गई. इसके बाद लेखपाल नाहर सिंह से बेटा सुमित के साथ मिली तो लेखपाल ने सुनवाई नहीं की. पंचायत हुई. लेकिन, समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो ग्राम प्रधान से शिकायत की. इसके बाद ग्राम प्रधान के साथ रेखा देवी, बेटा सुमित और किसान जुगेंद्र सिंह क्षेत्रीय भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल से मिले.

किसान ने की भाजपा विधायक से शिकायत: सदर तहसील के गांव नगला भालरा निवासी किसान जुगेंद्र ने मिढ़ाकुर के लेखपाल नाहर सिंह के डिजिटल रिश्वत लेने की शिकायत मंगलवार को फतेहपुर सीकरी के भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल से की. जिसमें किसान जुगेंद्र सिंह ने कुंज बिहारी की ओर से लेखपाल को दी गई आठ हजार रुपये की पेटीएम का स्क्रीन शॉट भी दिया. किसान जुगेंद्र ने भाजपा विधायक से कहा कि लेखपाल ना तो बिना रिश्वत लिए किसानों का काम रहे हैं और न ही पंचायत घर में बैठते हैं.

विधायक ने लिखा सीएम को शिकायती पत्र: भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल ने अपनी शिकायत में लिखा है कि लेखपाल नाहर सिंह की कार्य प्रणाली ठीक नहीं है. जो भ्रष्ट हैं. पंचायत घर में भी नहीं बैठता है. लेखपाल नाहर सिंह की वजह से सरकार की छवि धूमिल हो रही है. ऐसे में लेखपाल की जांच कराई जाए. इसके बाद लेखपाल के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाए.

यह भी पढ़ें-फर्जी मार्कशीट मामले में शिक्षक बर्खास्त, जांच कर रहे वरिष्ठ सहायक को 40 हजार की रिश्वत देकर फंसाने की कोशिश

Last Updated : Dec 5, 2024, 10:14 PM IST
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