गाजीपुर : पूर्व विधायक और गैंगस्टर मुख्तार अंसारी पिछले 30 मार्च को अपने पारिवारिक कब्रिस्तान कालीबाग मोहम्दाबाद में सुपुर्द-ए-खाक हो चुके हैं. उनके जनाजे में उनके बड़े बेटे अब्बास अंसारी शामिल नहीं हो सके थे. मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशा अंसारी अपराधिक मुकदमों में फरार चल रही है. इसलिए वह भी पति मुख्तार अंसारी के आखिरी वक्त में उनके पास नहीं थी.
इस बारे में मुख्तार अंसारी के बड़े भाई अफजाल अंसारी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि अब्बास अंसारी पर कुल 3 मुकदमें ऐसे हैं, जिनमें जमानत नहीं मिल सकी है, और वे कोई बड़े मुकदमे नहीं हैं. जल्द ही उन्हें कोर्ट से राहत मिल जाएगी और वे बाहर हम लोगों के बीच होंगे. उन्होंने फरार चल रही मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशा अंसारी को लेकर कहा कि उन्हें कानून का रास्ता अख्तियार करना चाहिए और जल्द से जल्द उन्हें कोर्ट के सामने हाजिर हो जाना चाहिए.
बता दें, कि बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की मौत 28 मार्च को बांदा मेडिकल कॉलेज में तबीयत खराब हो जाने के बाद हो गई थी. उन्हें 30 मार्च को गाजीपुर के मोहम्दाबाद स्थित उनके पैतृक कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक किया गया था. जिसमें अपराधिक मुकदमों में फरार चल रही उनकी बेगम अफशा अंसारी और जेल में बंद विधायक बेटे को पैरोल न मिलने से शामिल नहीं हो सके थे. अब परिवार की कोशिश है, कि जल्द से जल्द दोनों को कानूनी रास्ते से रिलीफ देकर बाहर लाया जा सके. जिससे वे मुख्तार अंसारी के चालीसवें में शामिल हो सकें.
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