सोलन: हिमाचल प्रदेश में बीते साल मानसून सीजन में भारी तबाही हुई थी. उस खौफनाक मंजर को हिमाचल के लोग अभी भूले नहीं है. इस साल एक बार फिर मानसून सीजन हिमाचल में दस्तक देने वाला है. लोगों के मन अभी भी डर बैठा हुआ है. वहीं, सोलन में आज हुई बारिश के बाद बीते साल की खौफनाक तस्वीरें एक बार फिर लोगों के दिल और दिमाग में ताजा हो गईं. मलबा गिरने के बाद लोग दहशत में आ गए.
हिमाचल प्रदेश के सोलन जिला में कुनिहार-नालागढ़ को जोड़ने वाली सड़क पर गंबरपुल के पास बारिश के बाद भारी मलबा पहाड़ी से नीचे आ गया. इस मलबे की चपेट में करीब तीन से चार गाड़ियां आ गई. हालांकि इस घटना में किसी भी तरह का कोई जान माल का नुकसान नहीं हुआ है. मलबा गिरने के बाद सड़क मार्ग यातायात के लिए बंद हो गया है. गंबरपुल पूरी तरह से मिट्टी से भर गया है. स्थानीय लोगों ने इस बारे में पीडब्ल्यूडी विभाग को सूचना दी. सूचना मिलने के बाद एसडीएम अर्की भी मौके पर पहुंचे. सड़क पर बड़ी-बड़ी चट्टानें आ गई हैं, जिन्हें हटाने का काम चल रहा है. विभाग ने सड़क मार्ग को खोलने का प्रयास शुरू कर दिया है. हालांकि स्थानीय लोग अपने स्तर पर भी मलबे को हटाने का प्रयास कर रहे हैं.
वहीं, मानसून से पहले बीती रात हुई भारी बारिश की वजह से लाहौल स्पीति के उदयपुर में भी फ्लैश फ्लड आने से मडग्रा नाले में बाढ़ आ गई. वहीं, मडग्रा नाले में आया मलबा उदयपुर-तांदी सड़क पर बिखर गया. जिसकी वजह से इस रोड पर दोनों ओर तकरीबन 7 घंटे तक गाड़ियां फंसी रही. हालांकि, बीआरओ ने अब इस मार्ग को बहाल कर दिया है. मलबे के कारण दोनों ओर गाड़ियों की आवाजाही रुक गई और तकरीबन 7 घंटे तक लोग सड़क पर फंसे रहे. सूचना मिलते ही जिला प्रशासन की टीम और बीआरओ की मशीनरी मौके पर पहुंची. अब बीआरओ ने सड़क को गाड़ियों की आवाजाही के लिए बहाल कर दिया है.