नई दिल्ली: दिल्ली के राजेंद्र नगर में कोचिंग सेंटर में हुए हादसे के बाद प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है. जिला प्रशासन, फायर विभाग, पुलिस और प्राधिकरण की तरफ से कोचिंग सेंटरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. मंगलवार को जहां दिल्ली के प्रीत विहार में बेसमेंट में चल रहे कोचिंग सेंटर को मेयर शैली ओबेरॉय ने सील कराया. साथ ही करोल बाग के सात कोचिंग सेंटरों को भी सील किया गया है. वहीं, दूसरी तरफ नोएडा के सेक्टर 62 में दो नामचीन कोचिंग सेंटरों को बेसमेंट में कमियां पाई जाने के बाद सील कर दिया गया.
दिल्ली मेयर ने कहा कि दिल्ली में बहुत सारे कोचिंग सेंटर हैं, जो बेसमेंट में अवैध तरीके से चल रहे हैं. निगम अब ऐसे कोचिंग सेंटर पर एक्शन ले रहा है. जहां भी इस तरीके के कोचिंग सेंटर है, किसी को छोड़ा नहीं जाएगा. कोई भी अधिकारी दोषी पाया जाएगा तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल, प्रीत विहार इलाके में संस्कृत एकेडमी नाम का कोचिंग सेंटर बेसमेंट में अवैध तरीके से चल रहा था. जिस पर कार्रवाई करते हुए उसे सील कर दिया गया है.
करोल बाग के इन कोचिंग सेंटरों पर हुई कार्रवाईः करोल बाग के आईएएस गुरुकुल तथास्तु एवं ऑफिसर्स आईएएस अकादमी, फोरम आईएएस, साइकी वर्ल्ड आईएएस, संचेतना आईएएस, आईएएस बाय द प्रिशा आईएएस, पाथ अकादमी, दृष्टि आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट को सील किया गया है. इसके अलावा सीलिंग की कार्रवाई शाहदरा साउथ जोन के राजधानी एन्क्लेव और प्रीत विहार इलाके में प्रथम इंस्टीट्यूट और संस्कृति एकेडमी में भी की गई.
इसके अलावा निगम के जन स्वास्थ्य विभाग ने एक टीम को ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके का निरीक्षण करने के लिए तैनात किया. इस इलाके में ज्यादातर पीजी में छात्र रहते हैं. कुल 78 पीजी और 13 गेस्ट हाउस की जांच की गई. 3 पीजी में मच्छरों का प्रजनन पाया गया और कार्रवाई की गई. 5 पीजी में मच्छरों के प्रजनन की संभावित जगह पाई गई, जिन्हें नोटिस जारी किया गया. 2 गेस्ट हाउस में बिना लाइसेंस के रसोई (किचन) चलती पाई गई, इसलिए आगे की कार्रवाई के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया.
नोएडा के 2 कोचिंग सेंटर के बेसमेंट किए गए सील: नोएडा के चीफ फायर अधिकारी प्रदीप कुमार चौबे और सिटी मजिस्ट्रेट विवेकानंद मिश्रा का कहना है कि मानक के अनुरूप चीज कोचिंग सेंटर पर नहीं पाई गई. साथ ही प्राधिकरण द्वारा जिस मानचित्र को पास किया गया था, उसके अनुसार कोचिंग सेंटर में संचालन नहीं हो रहा था. आकाश कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में सेमिनार खोला गया था, जबकि उनके नक्शे में कार पार्किंग दिखाया गया है. वहीं, दूसरे कोचिंग सेंटर में ऑफिस खोली गई थी. दोनों ही कोचिंग सेंटर में कमियां पाई गई, जिसके चलते दोनों के ही बेसमेंट को सील कर दिया गया.
जनकपुरी के कोचिंग सेंटरों में भी लापरवाही: राजेंद्र नगर हादसे के बाद जनकपुरी विधायक ने इलाके के कुछ कोचिंग इंस्टिट्यूटों का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान अधिकतर कोचिंग इंस्टिट्यूटों में घोर लापरवाही सामने आई. वहीं, कुछ के तो फायर एनओसी भी नहीं मिले. साथ ही क्लासरूम में नॉर्म्स से अधिक बच्चे बिठाकर पढ़ाई की जा रही है. इस बात को गंभीरता से लेते हुए जनकपुरी विधायक ने इन इंस्टीट्यूटों के खिलाफ सरकार और एमसीडी को कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा है.
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बता दें, 27 जुलाई को राजेंद्र नगर के राव आईएएस स्टडी सर्किल बेसमेंट में जल भराव होने की वजह से बेसमेंट की लाइब्रेरी में पढ़ाई कर रहे तीन छात्रों की दर्दनाक मौत हो गई थी. जांच में सामने आया कि बेसमेंट में अवैध तरीके से कोचिंग सेंटर चलाए जा रहे हैं. आलोचनाओं के बाद दिल्ली नगर निगम एक्शन में आया और अब तक एक दर्जन से ज्यादा बेसमेंट में चल रही कोचिंग सेंटर पर कार्रवाई की है और उसे सील कर दिया है.