चमोली/रुद्रप्रयाग: बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि बदरीनाथ धाम और केदारनाथ धाम में बरसात के बाद तीर्थयात्रियों की संख्या में पर्याप्त वृद्धि हो रही है. प्रत्येक दिन पांच हजार से अधिक श्रद्धालु दोनों धामों में दर्शन हेतु पहुंच रहे हैं. बदरीनाथ धाम और केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग दुरस्त है. कुछ जगहों पर भूस्खलन की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन सड़क मार्ग सुचारू है. यात्रा निरंतर चल रही है.
अजेंद्र अजय ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व में जहां चारधाम यात्रा पुनः तेजी से शुरू हुई है वहीं इस बार केदारनाथ अतिवृष्टि आपदा के दौरान मुख्यमंत्री स्वयं केदारनाथ क्षेत्र में रह कर रेस्क्यू कार्यों हेतु दिशा निर्देश देते रहे. जिसका नतीजा रहा कि फिर से तीर्थयात्री सुरक्षा की भावना और विश्वास के साथ धामों की यात्रा पर आ रहे हैं. मंदिर समिति तीर्थयात्रियों के सरल-सुगम दर्शन व्यवस्था हेतु प्रतिबद्ध है.
बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल के मुताबिक, अभी तक साढ़े बीस लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के दर्शन कर लिए हैं. चारधाम यात्रा 2024 में अबी तक 9 लाख 42 हजार 77 से अधिक श्रद्धालु श्री बदरीनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं. जबकि 11 लाख 8 हजार 471 श्रद्धालु श्री केदारनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं.
वहीं, द्वितीय केदार मद्महेश्वर और तृतीय केदार तुंगनाथ में बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं. तुंगनाथ में 94 हजार से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर के लिए पहुंची चुके हैं.
बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने जानकारी दी कि मंदिर समिति द्वारा श्री बदरीनाथ धाम समेत केदारनाथ यात्रा मार्ग में अतिवृष्टि के दौरान मंदिर ने तीर्थयात्रियों को यात्रा मार्गदर्शन उपलब्ध कराया. भंडारे आयोजित किए तो विश्राम गृहों में तीर्थयात्रियों को निशुल्क आवास व्यवस्था की गई. बदरीनाथ और केदारनाथ में तीर्थयात्रियों को बरसात से बचाव के लिए दर्शन पंक्ति में रैन शेल्टर बनाए गए हैं. सर्दियों के बचाव हेतु अलाव हेतु व्यवस्था की गई है.
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