नई दिल्ली/गाजियाबाद: नवंबर 2021 को गाजियाबाद के थाना विजयनगर के मिर्जापुर इलाके की एक महिला अपनी बेटी को स्कूल छोड़ने गई थी, लेकिन घर वापस लौटकर नहीं आई. पति ने विजयनगर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. घटना के करीब तीन साल बाद क्राइम ब्रांच ने इस मामले में महिला के पति समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.
महिला की बेटी ने 24 जुलाई 2024 को थाना विजयनगर पर अपनी मां के अपहरण कर हत्या के संबंध में मुकदमा दर्ज कराया था. शिकायतकर्ता के मुताबिक़, उसके पिता और चचेरे भाई अक्सर उसकी मां के साथ मारपीट करते और उसके ऊपर गंदी नजर रखते थे. पिता द्वारा खर्च न देने और मारपीट करने को लेकर कोर्ट में मुकदमा चल रहा था.
पिता जिससे नाराज होकर अक्सर बहनों के साथ मारपीट किया करते थे और मुकदमा वापस लेने की बात कहते थे. 1 नवंबर 2021 को मां छोटी बहन को स्कूल छोड़ने गई, लेकिन वापस नहीं आई. शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने मां को ढूंढने का काफी प्रयास किया. पिता ने विजयनगर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई. पिता सबसे कहा करते थे मां किसी के साथ भाग गई है.
मृतक महिला की बेटी ने पुलिस को बताया कि उसने अपने पिता और चचेरे भाई को आपस में बात करते हुए सुना कि उन्होंने गांव के सोनू, परवेज, अरशद, नौशाद और सलीम को पैसे देकर उसकी मां को उठवाकर मरवा दिया. फिर लाश ऐसी जगह फिकवाई की कोई ढूंढ नहीं सकता. यह तमाम बातें सुनकर शिकायतकर्ता और उसकी बहन डर गई. दोनों बहनों ने अपनी मर्जी से शादी की और घर से निकल गए. दोनों बहनों को डर था कि कहीं पिता और चचेरा भाई उनकी हत्या न कर दें.
डीसीपी सिटी राजेश कुमार के मुताबिक, इंतजार का पत्नी के साथ झगड़ा होता रहता था. इंतजार ने पत्नी की हत्या करने की साजिश रची. अपने ही गांव के बदमाशों को पैसा देकर पत्नी का अपहरण कराया और हत्या कर शव को नोएडा के थाना रबूपुरा क्षेत्र में फेंक दिया. क्राइम ब्रांच इस पूरे मामले की तह तक पहुंची. मृतका के पति को उसके साथियों के साथ गिरफ्तार किया गया. कड़ाई से पूछताछ के दौरान पति ने पूरा घटनाक्रम बताया और जुर्म को स्वीकार किया है.