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ग्रेटर नोएडा: लिफ्ट एक्ट लागू होने के बाद भी लिफ्ट हादसों का सिलसिला जारी, डेढ़ घंटे तक लिफ्ट में फंसे रहे बुजुर्ग और मासूम - lift accidents not stop even after Lift Act - LIFT ACCIDENTS NOT STOP EVEN AFTER LIFT ACT

Elderly and innocent children were stuck in lift : ग्रेटर नोएडा में यूपी लिफ्ट एंड एस्केलेटर विधेयक 2024 पास हो जाने के बाद भी नोएडा और ग्रेटर नोएडा में ऊंची इमारतों में लिफ्ट हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. ताजा मामला ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निराला एस्टेट सोसायटी का है जहां गुरुवार को बुजुर्ग और मासूम डेढ़ घंटे तक लिफ्ट में फंसे रहे.

लिफ्ट एक्ट लागू होने के बाद भी ग्रेटर नोएडा वेस्ट में लिफ्ट हादसों का सिलसिला जारी
लिफ्ट एक्ट लागू होने के बाद भी ग्रेटर नोएडा वेस्ट में लिफ्ट हादसों का सिलसिला जारी (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jun 7, 2024, 8:10 PM IST

नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा के ग्रेनो वेस्ट सोसायटी में लिफ्ट अटकने के मामले रुकने का नाम नही ले रहे हैं. जिससे लोग लिफ्ट में फंस रहे है. ताजा मामला निराला स्टेट सोसायटी में सामने आया है. जहां एक बुजुर्ग महिला और एक दो साल का मासूम लिफ्ट में घंटों फंसे रहे. बड़ी मुश्किल से दोनों को लिफ्ट से बाहर निकाला गया.

दरअसल, गौतम बुद्ध नगर में लिफ्ट में फंसने के मामले बढ़ने पर यूपी लिफ्ट एंड एस्केलेटर विधेयक 2024 पास किया गया. जिसमें नोएडा और ग्रेटर नोएडा में ऊंची इमारतों के निवासियों के लिए महत्वपूर्ण चिंताओं से निपटना है. इस प्रावधान में कानून स्थानीय विकास निकायों और प्राधिकरणों द्वारा किया गया. इस एक्ट में लिफ्ट स्थापना एजेंसियों के पंजीकरण को अनिवार्य बनाया गया है जिससे उनकी जवाबदेही हो सके और लिफ्ट हादसों की बढ़ती घटनाओं पर रोक लग सके.

ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निराला एस्टेट सोसायटी के टॉवर 4 में गुरुवार को एक लिफ्ट अटक गई. सोसायटी की 17वीं फ्लोर पर रहने वाले अंकित गुप्ता ने बताया कि गुरुवार को 56 वर्षीय महिला और दो साल के मासूम के साथ ऊपर जा रही थी. लेकिन लाइट चले जाने के चलते 12 वीं मंजिल पर ही लिफ्ट अटक गई. कई बार अलार्म बजने के बाद भी कोई सहायता नहीं पहुंची.

ये भी पढ़ें : नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 2 घंटे तक लिफ्ट में फंसी रही महिला अधिकारी, मचा हड़कंप

अंकित ने बताया कि लिफ्ट में अंधेरा होने के कारण लगभग डेढ़ घंटे के बाद उन दोनों को लिफ्ट से बाहर निकाला गया. मेंटेनेंस विभाग और बिल्डर की मनमानी के चलते लगातार सोसायटी में इस प्रकार के हादसे हो रहे हैं. बिल्डर के द्वारा मेंटेनेंस और रखरखाव के नाम पर मोटी रकम वसूली जा रही है लेकिन लोगों को कोई सुविधा नहीं दी जा रही है.

ये भी पढ़ें : महिलाकर्मी के लिफ्ट में फंसने का मामला: घटना के बाद जागे अधिकारी, लिफ्ट के अलार्म को कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा

नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा के ग्रेनो वेस्ट सोसायटी में लिफ्ट अटकने के मामले रुकने का नाम नही ले रहे हैं. जिससे लोग लिफ्ट में फंस रहे है. ताजा मामला निराला स्टेट सोसायटी में सामने आया है. जहां एक बुजुर्ग महिला और एक दो साल का मासूम लिफ्ट में घंटों फंसे रहे. बड़ी मुश्किल से दोनों को लिफ्ट से बाहर निकाला गया.

दरअसल, गौतम बुद्ध नगर में लिफ्ट में फंसने के मामले बढ़ने पर यूपी लिफ्ट एंड एस्केलेटर विधेयक 2024 पास किया गया. जिसमें नोएडा और ग्रेटर नोएडा में ऊंची इमारतों के निवासियों के लिए महत्वपूर्ण चिंताओं से निपटना है. इस प्रावधान में कानून स्थानीय विकास निकायों और प्राधिकरणों द्वारा किया गया. इस एक्ट में लिफ्ट स्थापना एजेंसियों के पंजीकरण को अनिवार्य बनाया गया है जिससे उनकी जवाबदेही हो सके और लिफ्ट हादसों की बढ़ती घटनाओं पर रोक लग सके.

ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निराला एस्टेट सोसायटी के टॉवर 4 में गुरुवार को एक लिफ्ट अटक गई. सोसायटी की 17वीं फ्लोर पर रहने वाले अंकित गुप्ता ने बताया कि गुरुवार को 56 वर्षीय महिला और दो साल के मासूम के साथ ऊपर जा रही थी. लेकिन लाइट चले जाने के चलते 12 वीं मंजिल पर ही लिफ्ट अटक गई. कई बार अलार्म बजने के बाद भी कोई सहायता नहीं पहुंची.

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अंकित ने बताया कि लिफ्ट में अंधेरा होने के कारण लगभग डेढ़ घंटे के बाद उन दोनों को लिफ्ट से बाहर निकाला गया. मेंटेनेंस विभाग और बिल्डर की मनमानी के चलते लगातार सोसायटी में इस प्रकार के हादसे हो रहे हैं. बिल्डर के द्वारा मेंटेनेंस और रखरखाव के नाम पर मोटी रकम वसूली जा रही है लेकिन लोगों को कोई सुविधा नहीं दी जा रही है.

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