जयपुर: छोटी काशी जयपुर में 4 साल बाद एक बार फिर से रामलीला महोत्सव की शुरुआत हुई है. गुरुवार रात को जयपुर शहर सांसद मंजू शर्मा और भाजपा नेत्री ज्योति खंडेलवाल ने जयपुर के रामलीला मैदान में दीप प्रज्वलित कर रामलीला महोत्सव का शुभारंभ किया. रामलीला के लिए मथुरा और वृंदावन से कलाकार आए हैं. 10 दिन चलने वाले रामलीला महोत्सव में अलग-अलग दिन विभिन्न झांकियां और कार्यक्रम होंगे. जयपुर के प्राचीन रामचंद्र जी मंदिर से रामलीला मैदान तक भगवान श्री राम की बारात निकलेगी. रावण वध के बाद भगवान श्रीराम का राज्याभिषेक भी होगा. राम विवाह की झांकी प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहेंगी.
श्री सनातन धर्म महोत्सव समिति के सदस्य प्रवीण ने बताया कि जयपुर में 80 साल से रामलीला का मंचन होता आ रहा था. इसकी वजह से जयपुर के रामलीला मैदान का नाम पड़ा था, लेकिन कोरोना के कारण रामलीला महोत्सव कार्यक्रम पर ब्रेक लग गए थे. एक बार फिर से श्रीसनातन धर्म महोत्सव समिति ने जयपुर की विरासत को जीवंत रखने के लिए रामलीला महोत्सव का शुभारंभ किया है.
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10 दिन तक चलेगी रामलीला: राम लीला दस दिन तक चलेगी, जो भगवान श्रीराम के राज्याभिषेक के साथ संपन्न होगी. इसमें लंका दहन, रावण वध, भरत मिलाप रामलीला महोत्सव जैसे आकर्षण होंगे. श्री सनातन धर्म महोत्सव समिति के सदस्य प्रवीण ने बताया कि रामलीला मैदान में 12 अक्टूबर तक श्री सनातन धर्म महोत्सव समिति की ओर से रामलीला महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. 12 अक्टूबर को विजयदशमी पर्व के अवसर पर रामलीला मंचन के साथ रावण दहन कार्यक्रम भी होगा. संत और जनप्रतिनिधि, सामाजिक संगठन और समिति सदस्यों की ओर से श्री राम राज्य की झांकी का भव्य दर्शन होगा. उन्होंने कहा कि कोरोना काल के बाद बंद हुई रामलीला अब फिर से शुरू हुई है. इसमें नई पीढ़ी में आध्यात्मिकता का भाव जगेगा. रामलीला महोत्सव का मंचन करने के लिए 35 कलाकार मथुरा से आए हैं. जयपुर शहर सांसद मंजू शर्मा ने कहा कि 4 साल बाद एक बार फिर रामलीला का मंचन शुरू हुआ है. नई पीढ़ी को रामलीला का किरदार बताने का प्रयास किया जा रहा है. 5 अक्टूबर को मेहंदी का कार्यक्रम भी होगा. 6 अक्टूबर को भगवान राम की बारात निकलेगी.