लखनऊ: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह कार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले की मौजूदगी में निराला नगर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में चार दिवसीय बैठक हुई. इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने यूपी और उत्तराखंड में बड़े बदलाव की घोषणा की. संघ की ओर से गुरुवार की दोपहर प्रचारकों के दायित्व में बदलाव किया गया. लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के खराब प्रदर्शन और उसमें संघ की भूमिका को लेकर जो सवाल उठ रहे हैं. उसके बाद में किए गए यह परिवर्तन महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं.
उच्च पदस्थ सूत्रों की जानकारी के अनुसार, पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के सह क्षेत्र सम्पर्क मनोज का केन्द्र अयोध्या से हटाकर गोरखपुर किया गया है. मनोज अवध प्रान्त में सह प्रान्त प्रचारक रहे हैं. इससे पहले वह काशी में भी सह प्रान्त प्रचारक रहे. गोरखपुर उनके लिए नया है. अखिल भारतीय सह गो सेवा प्रमुख नवल किशोर का केन्द्र प्रकृति भारती मोहनलालगंज लखनऊ में किया गया है. उनका केन्द्र अभी तक गोरखपुर था. वह लम्बे समय तक पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र में हैं. पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के क्षेत्र सेवा प्रमुख युद्धवीर का केन्द्र सुलतानपुर से हटाकर सेवा भारती कार्यालय काशी किया गया है.
युद्धवीर उत्तराखण्ड में लम्बे समय तक प्रान्त प्रचारक रहे हैं. काम के लिए पूर्वी उत्तर प्रदेश उनके लिए नया है. वहीं क्षेत्र के मुख्य मार्ग सम्पर्क प्रमुख राजेन्द्र सक्सेना का केन्द्र काशी से हटाकर लखनऊ किया गया है. राजेन्द्र सक्सेना का राजधानी लखनऊ से पुराना नाता है. इससे पहले वह क्षेत्र के प्रचार प्रमुख रहे हैं. लम्बे समय तक उनका केन्द्र विश्व संवाद केन्द्र लखनऊ रहा है. क्षेत्र के पर्यावरण प्रमुख अजय कुमार का केन्द्र काशी घोषित किया गया है. वह गोरखपुर के रहने वाले हैं. पर्यावरण प्रमुख अजय कुमार का केन्द्र काशी घोषित किया गया है. वह गोरखपुर के सह प्रान्त प्रचारक भी रह चुके हैं.
इसके अलावा पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के क्षेत्र प्रचारक प्रमुख राजेन्द्र सिंह का केन्द्र कानपुर से हटाकर भारती भवन लखनऊ किया गया है. लम्बे समय से उनका केन्द्र कानपुर था. संघ में प्रचारक प्रमुख का पद काफी अहमियत रखता है. प्रचारकों की हर प्रकार से चिंता करने का कार्य प्रचारक प्रमुख ही करते हैं.
आरएसएस अपने शताब्दी वर्ष में पांच प्राण को लेकर जाएगा जनता के बीच: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना के 100 वर्ष पूरे होने वाले हैं. संघ (आरएसएस) शताब्दी वर्ष 2025 में पंच परिवर्तन के पांच विषयों को लेकर समाज के बीच जाएगा. इन पांच आयामों में सामाजिक समरसता, परिवार प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी व नागरिक कर्तव्य शामिल हैं. निराला नगर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में गुरुवार को सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले की उपस्थिति में चार दिवसीय समीक्षा बैठक में इन मुद्दों पर चर्चा की जा रही है. यह एजेंडे तय किए गए.
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