जींद: किसान मोर्चे के नेताओं ने रविवार को सरदार जगजीत सिंह डल्लेवाल के आमरण अनशन खत्म होने की खबर को निराधार और झूठा करार दिया है. उन्होंने कहा है कि किसान अफवाहों से बचकर रहें. डल्लेवाल ने धरने पर मौजूद किसानों की सहमति से मेडिकल ऐड और ड्रिप लेने का फैसला किया है, लेकिन वे मुंह से कुछ नहीं खाएंगे. मांगें नहीं माने जाने तक उनका आमरण अनशन जारी रहेगा.
पहली बार डल्लेवाल ने ड्रिप चढ़वाया : दरअसल, किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन 55 वें दिन भी जारी रहा, उन्होंने सभी किसानों की सहमति से ड्रिप चढ़वाया. अब किसानों की केंद्र सरकार से 14 फरवरी को बातचीत होगी.
कृषि मंत्रालय की टीम ने दिया आश्वासन : रविवार को किसान मोर्चे पर अगुवाई कर रहे किसान नेता काका सिंह कोटड़ा और अभिमन्यु कोहाड़ ने बताया कि शनिवार शाम को कृषि मंत्रालय के जॉइंट सेक्रेटरी प्रिय रंजन के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय टीम किसान मोर्चे से मिलने आई. केंद्र सरकार और राज्य सरकार की टीम ने जगजीत सिंह डल्लेवाल का हालचाल जाना और उन्हें बताया कि केंद्र सरकार उनके स्वास्थ्य को लेकर बहुत चिंतित है. केंद्र एवं राज्य सरकार की टीम की दोनों मोर्चों के नेताओं से करीब साढ़े 3 घंटे तक मीटिंग हुई, मीटिंग में अधिकारियों ने प्रस्ताव रखा कि 14 फरवरी को केंद्र सरकार के मंत्री एमएसपी समेत सभी 12 मांगों पर चर्चा करने के लिए मीटिंग करना चाहते हैं. अधिकारियों ने केंद्र सरकार की तरफ से विशेष निवेदन किया कि 14 फरवरी की प्रस्तावित बातचीत में जगजीत सिंह डल्लेवाल खुद मौजूद रहें.
दिल्ली चुनाव के कारण मीटिंग जल्दी नहीं : किसान नेताओं ने डल्लेवाल की हालत को देखते हुए ये मीटिंग जल्दी बुलाने को कहा, लेकिन अधिकारियों ने कहा कि दिल्ली चुनाव के मद्देनजर आचार संहिता लगी हुई है, जिस वजह से केंद्र सरकार मीटिंग करके कोई घोषणा नहीं कर सकती. इसलिए 9 फरवरी के बाद मीटिंग संभव है .
डल्लेवाल बोले- मुंह से भोजन नहीं करुंगा, ड्रिप भले ही ले लूंगा : उन्होंने बताया कि सभी 121 किसानों को रविवार को जूस पिलाकर आमरण अनशन समाप्त करवाया. सभी किसानों ने डल्लेवाल से आग्रह किया कि आप 14 फरवरी की प्रस्तावित बातचीत में हिस्सा लें. किसानों के लिए जो संघर्ष आपने किया है, उसके लिए आपका बातचीत में होना बहुत जरूरी है. इस पर सरदार जगजीत सिंह डल्लेवाल ने मेडिकल एड ड्रिप लेने की हामी भर दी है. उन्होंने कहा कि वे मुंह से भोजन नहीं लेंगे और राष्ट्रपति द्वारा सभी मांगों को लागू होने तक उनका आमरण अनशन जारी रहेगा. उन्होंने बताया कि अब केंद्र सरकार से 14 फरवरी को बातचीत होगी, तब तक धरना जारी रहेगा.
"डल्लेवाल ने सरकार को टेबल पर ला दिया" : इस बीच, किसान नेता काका सिंह कोटड़ा ने कहा कि आजाद भारत में आज तक का सबसे बड़ा मरणव्रत करके सरदार जगजीत सिंह डल्लेवाल ने केंद्र सरकार को बातचीत के लिए टेबल पर ला दिया है. ये किसानों की जीत है. किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के मरणव्रत की ताकत है. उन्होने कहा कि पिछले तीन दिनों से डल्लेवाल की हालत बहुत ही खराब है और उनके अंदर पानी नहीं जा रहा है. शनिवार रात उनका बीपी बहुत बढ़ गया था तो वहां मौजूद चिकित्सकों ने उन्हें इंजेक्शन लगवाने को कहा था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था. सभी किसानों की सहमति से रविवार को डल्लेवाल ने ड्रिप चढ़वाया है.
इसे भी पढ़ें : जगजीत डल्लेवाल की सेहत गंभीर, डॉ. सवाईमान सिंह ने कहा उनको 14 फरवरी तक जिंदा रखना नामुमकिन
इसे भी पढ़ें : किसान नेता डल्लेवाल के समर्थन में आमरण अनशन शुरू, खनौरी बॉर्डर पर 111 किसान कर रहे हैं अनशन