नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग में दाखिला प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो गई है. पीजी के 8 और यूजी के 9 कोर्सेज के साथ ही पीजी डिप्लोमा इन आटोमेटेड एंड डिजिटल लाइब्रेरी मैनेजमेंट में प्रवेश के लिए छात्र एसओएल की वेबसाइट https://sol.du.ac.in/ पर विजिट कर सकते हैं. एसओएल की निदेशक प्रोफेसर पायल मांगो ने बताया कि एसओएल में दाखिले की लिए हर साल सवा लाख से ज्यादा छात्र आवेदन करते हैं, जबकि एक लाख छात्र दाखिला लेते हैं. एसओएल में दाखिले के लिए सीयूईटी की बाध्यता नहीं है. इन संस्थानों में प्रवेश बारहवीं कक्षा में प्राप्त अंकों की योग्यता के आधार पर होता है.
पायल मांगो ने बताया कि, "सीयूईटी की घोषणा के बाद प्रवेश लेने वाले उम्मीदवारों को किसी भी कठिनाई से बचाने के लिए निर्णय लिया गया है कि एसओएल उन उम्मीदवारों की पूरी फीस वापस कर देगा, जो विश्वविद्यालय के प्रवेश बंद होने की अंतिम तिथि से पहले अपना प्रवेश वापस ले लेंगे. इसके लिए मात्र 500 रुपए ही प्रशासनिक शुल्क के रूप में फीस से काटे जाएंगे. पहले हमेशा एसओएल में दाखिला प्रक्रिया रेगुलर कोर्स में दाखिला प्रक्रिया खत्म होने के बाद शुरू होती थी, जिससे कि जो छात्र रेगुलर कोर्सों में दाखिला लेने से वंचित रह गए हैं, वह एसओएल के कोर्सेज में दाखिला ले सके."
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इस साल नई शुरुआत करने जा रहा एसओएलः वहीं, एसओएल की निदेशक प्रो. पायल मांगो ने बताया कि सन 1962 में एसओएल की शुरुआत दो कोर्स और 900 छात्राओं के साथ हुई थी, जो आज बढ़कर 4 लाख तक पहुंच गई है. उन्होंने बताया कि हम इस सत्र से एक नई शुरुआत करने जा रहे हैं. इसके तहत एसओएल में अपनी पढ़ाई के पहले साल में जो छात्रा 8.5 सीजीपीए या उससे ऊपर लाती है तो उसकी अगली साल की फीस माफ होगी.
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