पटना: लोकसभा चुनाव के बाद बिहार में विधानसभा की पांच सीटें खाली हो गई है. रुपौली विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव हो रहा है. इसके बाद 4 विधानसभा सीटों पर भी चुनाव होना है. अभी चुनाव आयोग की तरफ से तिथि की घोषणा नहीं हुई है लेकिन इन चार सीटों पर उम्मीदवार की तरफ से दावेदारी शुरू हो गई है. बेलागंज सीट भी उन्हीं में से एक है. आरजेडी विधायक सुरेंद्र यादव के सांसद बनने के कारण सीट खाली हुई है.
बेलागंज विधानसभा उपचुनाव को लेकर दावेदारी: जेडीयू कार्यालय में बेलागंज विधानसभा सीट को लेकर मोहम्मद आफताब अपने समर्थकों के साथ दावेदारी करने पहुंच गए. आफताब ने गाड़ियों पर भावी प्रत्याशी बेलागंज का पोस्टर भी लगा रखा है. जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी से आफताब की बातचीत भी हुई है. उन्होंने अपनी दावेदारी भी पेश कर दी है. वहीं, एमएलसी संजय गांधी ने कहा कि जिन्हें लगता है कि उम्मीदवार हो सकते हैं, अपनी दावेदारी करते हैं. यह कोई नहीं बात नहीं है लेकिन फैसला तो नेतृत्व ही लेगा.
"2013 से जदयू में काम कर रहे हैं. बेलागंज की जनता अल्पसंख्यक उम्मीदवार चाहती है और जनता ने ही मुझे उम्मीदवार बनाया है. मंत्री विजय कुमार चौधरी से बातचीत हुई है, उन्होंने मुझे आश्वासन दिया है."- मोहम्मद आफताब, नेता, जनता दल यूनाइटेड
4 विधायक बने हैं सांसद: लोकसभा चुनाव में बेलागंज के विधायक सुरेंद्र यादव आरजेडी के टिकट पर जहानाबाद के सांसद चुने गए हैं. उसके कारण यह सीट खाली हुई है. बेलागंज के अलावा हम के जीतन राम मांझी गया से सांसद बने हैं तो इमामगंज की सीट खाली हुई है. वहीं माले के सुदामा प्रसाद आरा से सांसद बने हैं, जिस वजह से तरारी की सीट खाली हुई है. इसके अलावे आरजेडी के सुधाकर सिंह बक्सर से सांसद बने हैं तो रामगढ़ की सीट खाली हुआ है.
रुपौली में 10 जुलाई को मतदान: वहीं, जेडीयू से पाला बदल कर आरजेडी में शामिल होने के बाद लोकसभा का चुनाव लड़ने से पहले बीमा भारती ने इस्तीफा दिया था तो रुपौली की सीट खाली हुई है. जिस पर चुनाव 10 जुलाई को होना है. अभी शेष चार सीट के चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने तिथि की घोषणा नहीं की है लेकिन दावेदारी नेताओं ने जरूर शुरू कर दी है.