करनाल: हरियाणा में फसल अवशेष में आग ना लगाकर उसका प्रबंधन करने के लिए कृषि विभाग और सरकार किसानों को कई तरह की सुविधाएं मुहैय्या करा रहे हैं. लेकिन कई लोग अपनी फसल के अवशेष में अभी भी आग लगाकर प्रदूषण फैला रहे हैं. धान के सीजन में पराली और गेहूं के मौसम में उसके अवशेष खेत में जलाये जाते हैं. ऐसे ही कई मामले कुरुक्षेत्र से सामने आए हैं. जहां किसानों ने फसल अवशेष में आग लगा दी. जिसके बाद कृषि विभाग ने उनके ऊपर कार्रवाई शुरू कर दी है.
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डॉक्टर सुरेंद्र मलिक ने कहा कि कुरुक्षेत्र में फसल अवशेषों में आग लगाने वाले किसानों पर सैटेलाइट के साथ-साथ अन्य अधिकारियों के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है. हरसेक के माध्यम से जिले में अब तक 171 व अन्य माध्यम से 3 जगह पर फसल अवशेषों में आग लगाने की सूचना मिली है. इन 174 जगहों में 150 जगहों पर आग लगाने की सूचना सही मिली है, जिनमें 147 जगहों पर कृषि भूमि पर आग लगाई गई हुई मिली, जिसके तहत 7 केसों में लोगों के चालान करके 17 हजार 500 रुपए जुर्माना लगाया गया है.
डीडीए डॉक्टर सुरेंद्र मलिक ने विभाग के अधिकारियों को सख्त आदेश देते हुए कहा कि सभी अधिकारी और कर्मचारी फसल अवशेषों में आग लगाने वालों पर अपनी पैनी निगाह रखेंगे और ऐसे लोगों के चालान कर उनपर जुर्माना लगाना भी सुनिश्चित करेंगे. इन आदेशों की अवहेलना नहीं होनी चाहिए. सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में निगरानी रखेंगे ताकि कोई भी व्यक्ति फसल अवशेषों में आग ना लगा सके. अगर कोई किसान या व्यक्ति फसल अवशेषों में आग लगाता है तो तुरंत कार्रवाई अमल में लाई जाए.
आपको बता दे कि पिछले कई सालों से सरकार कृषि विभाग के साथ अनुदान पर ऐसे कृषि यंत्र किसानों को दे रही है, जिससे वो फसल अवशेष का प्रबंध कर सके. उसके बावजूद किसान अपने फसल अवशेषों में आग लग रहे हैं. जिस पर कृषि विभाग काफी सख्त है. ऐसे किसानों को सैलेटलाइट के जरिए तलाशकर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.