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दिवाली के बाद होगा अधिकारियों पर एक्शन? चुनाव में कांग्रेस का साथ देने का आरोप, तैयार की जा रही सूची - ACTION ON BUREAUCRATS IN HARYANA

Action on Bureaucrats In Haryana: हरियाणा में अधिकारियों का तबादला बड़े स्तर पर हो सकता है. उन पर कांग्रेस का साथ देने का आरोप है.

Action on Bureaucrats In Haryana
Action on Bureaucrats In Haryana (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Oct 27, 2024, 12:35 PM IST

चंडीगढ़: दिवाली के बाद हरियाणा में बड़े स्तर पर अधिकारियों के तबादले हो सकते हैं. इसकी शुरुआत जिलों के एसपी और डीसी से हो सकती है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि हरियाणा सरकार बड़े बदलाव के मूड में है. खबर है कि सीएम नायब सैनी की निगरानी में ऐसे अधिकारियों की सूची तैयार की जा रही है. जिन्होंने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की मदद की थी. 31 अक्टूबर को हरियाणा के मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद रिटायर्ड हो रहे हैं.

अधिकारियों पर एक्शन संभव: ये तय माना जा रहा है कि हरियाणा के मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद के रिटायर होने के बाद अफसरशाही में बड़ा बदलाव हो सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों ने चुनाव में गड़बड़ी की कोशिश की थी. जिसकी सूचना सरकार को मिली. गड़बड़ी करने वालों में कई जिलों के एसपी, डीसी, एडीएम और DSP रैंक तक के अधिकारी शामिल हैं.

जल्द हो सकते हैं तबादले: आरोप है कि इन अधिकारियों और कर्मचारियों ने दूसरे दलों के नेताओं को लाभ पहुंचाने की कोशिश की. अब बीजेपी सरकार के पास विधायकों और जिला अध्यक्षों के जरिए ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों की रिपोर्ट पहुंच चुकी है. इस रिपोर्ट के आधार पर अब तबादले किए जाएंगे.

कांग्रेस का साथ देने वालों की बनाई जा रही लिस्ट: कैबिनेट मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने दावा किया था कि हरियाणा में 8 अक्टूबर को मतगणना से पहले अधिकारी पूर्व CM भूपेंद्र हुड्‌डा के पास माथा टेकने गए थे. वहां उन्होंने बीजेपी के खिलाफ रणनीति बनाई. उन्होंने कहा कि उन अधिकारियों के नाम सीएम नायब सैनी के पास पहुंच गए हैं.

अनिल विज ने भी लगाया था आरोप: कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने भी DC पार्थ गुप्ता पर आरोप लगाया था कि मुझे 2 जगह जनसभा के लिए जाना था. वहां मुझे मरवाने की साजिश थी, ताकि मैं अंबाला कैंट से 7वीं बार चुनाव हार जाऊं. अनिल विज ने DC से पूछा था कि जिन 2 जगहों पर उनका विरोध हुआ, वहां क्या कार्रवाई की? प्रशासन को विरोध की पुख्ता जानकारी थी, तो सुरक्षा के बंदोबस्त क्यों नहीं किए गए? 8 अक्टूबर को जब उन्हें लीड मिलनी शुरू हुई तो DC वहां से गायब हो गए.

कैबिनेट मंत्री महिपाल ढांडा ने दी थी चेतावनी: कैबिनेट मंत्री महिपाल ढांडा ने भी साफ कहा था कि चुनाव के दौरान जिन अधिकारियों ने कांग्रेस की मदद की उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा था कि जिन लोगों ने चीटिंग की है, बदतमीजी की है, बेईमानी की है. ऐसे लोग टिप्स पर हैं.

ये भी पढ़ें- अधिकारी देख रहे थे कांग्रेस सरकार का सपना, आ गई बीजेपी, अब चुन-चुनकर खोज रही नायब सैनी सरकार

चंडीगढ़: दिवाली के बाद हरियाणा में बड़े स्तर पर अधिकारियों के तबादले हो सकते हैं. इसकी शुरुआत जिलों के एसपी और डीसी से हो सकती है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि हरियाणा सरकार बड़े बदलाव के मूड में है. खबर है कि सीएम नायब सैनी की निगरानी में ऐसे अधिकारियों की सूची तैयार की जा रही है. जिन्होंने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की मदद की थी. 31 अक्टूबर को हरियाणा के मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद रिटायर्ड हो रहे हैं.

अधिकारियों पर एक्शन संभव: ये तय माना जा रहा है कि हरियाणा के मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद के रिटायर होने के बाद अफसरशाही में बड़ा बदलाव हो सकता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों ने चुनाव में गड़बड़ी की कोशिश की थी. जिसकी सूचना सरकार को मिली. गड़बड़ी करने वालों में कई जिलों के एसपी, डीसी, एडीएम और DSP रैंक तक के अधिकारी शामिल हैं.

जल्द हो सकते हैं तबादले: आरोप है कि इन अधिकारियों और कर्मचारियों ने दूसरे दलों के नेताओं को लाभ पहुंचाने की कोशिश की. अब बीजेपी सरकार के पास विधायकों और जिला अध्यक्षों के जरिए ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों की रिपोर्ट पहुंच चुकी है. इस रिपोर्ट के आधार पर अब तबादले किए जाएंगे.

कांग्रेस का साथ देने वालों की बनाई जा रही लिस्ट: कैबिनेट मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने दावा किया था कि हरियाणा में 8 अक्टूबर को मतगणना से पहले अधिकारी पूर्व CM भूपेंद्र हुड्‌डा के पास माथा टेकने गए थे. वहां उन्होंने बीजेपी के खिलाफ रणनीति बनाई. उन्होंने कहा कि उन अधिकारियों के नाम सीएम नायब सैनी के पास पहुंच गए हैं.

अनिल विज ने भी लगाया था आरोप: कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने भी DC पार्थ गुप्ता पर आरोप लगाया था कि मुझे 2 जगह जनसभा के लिए जाना था. वहां मुझे मरवाने की साजिश थी, ताकि मैं अंबाला कैंट से 7वीं बार चुनाव हार जाऊं. अनिल विज ने DC से पूछा था कि जिन 2 जगहों पर उनका विरोध हुआ, वहां क्या कार्रवाई की? प्रशासन को विरोध की पुख्ता जानकारी थी, तो सुरक्षा के बंदोबस्त क्यों नहीं किए गए? 8 अक्टूबर को जब उन्हें लीड मिलनी शुरू हुई तो DC वहां से गायब हो गए.

कैबिनेट मंत्री महिपाल ढांडा ने दी थी चेतावनी: कैबिनेट मंत्री महिपाल ढांडा ने भी साफ कहा था कि चुनाव के दौरान जिन अधिकारियों ने कांग्रेस की मदद की उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा था कि जिन लोगों ने चीटिंग की है, बदतमीजी की है, बेईमानी की है. ऐसे लोग टिप्स पर हैं.

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