धमतरी : धमतरी जिले में लगातार भूमाफिया सक्रिय है.जिले के कई इलाकों में भू माफियाओं ने सरकारी जमीन पर कब्जा करके अवैध प्लाटिंगकी है.लेकिन जैसी कार्रवाई भूमाफियाओं के खिलाफ होनी चाहिए वैसी कार्रवाई शायद नहीं हुई.इसी वजह से भू माफिया के हौंसले बुलंद हैं.प्रशासन पर कई बार आरोप लगे हैं कि शिकायत के बाद सिर्फ खानापूर्ति करने के लिए कार्रवाई की जाती है.
बारिश से पहले टूटी प्रशासन की नींद : जिले में हालात ऐसे हैं कि किसानों के अलावा शासकीय सिंचाई नाला और शहर के निकासी नाला को भी भूमाफिया अपने फायदे के लिए प्लॉटिंग करने लगे हैं. लेकिन इस बार प्रशासन की नींद टूटी.भूमाफियों के रवैये से परेशान बरसात से पहले प्रशासनिक अमला नींद से जगा है. इस दौरान धमतरी शहर के दो जगहों पर बुलडोजर चलाकर अवैध प्लाटिंग पर कार्रवाई की गई है.इस कार्रवाई से भूमाफिया में हड़कंप है. लेकिन सवाल ये है कि ऐसे भूमाफियाओं पर कानूनी रूप से कार्रवाई क्यों नहीं की जाती.
कहां हो रही थी अवैध प्लाटिंग : शहर के सोरिद मुक्तिधाम और पीजी कॉलेज के पास कुछ लोगों ने नाले के ऊपर अवैध कब्जा किया था.इस अवैध प्लाटिंग के कारण शहर में जलभराव की स्थिति पैदा हो सकती थी.लिहाज जिला प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अवैध प्लाटिंग वाली जगह को कब्जा मुक्त कराया. इस कार्रवाई में एसडीएम विभोर अग्रवाल,आयुक्त विनय कुमार, तहसीलदार मधुकर सिरमोर,भवन अधिकारी महेंद्र जगत,उप अभियंता कामता नागेंद्र मौजूद रहे.
''धमतरी शहर में लगातार अवैध प्लाटिंग की शिकायत मिल रही थी. अवैध निर्माण पर कार्रवाई की गई है. आगे भी इस प्रकार की कार्रवाई की जाएगी.''- डॉ विभोर अग्रवाल, एसडीएम
एसडीएम ने बताया कि कार्रवाई के दौरान मुरूम को जब्त कर लिया गया है. आपको बता दें कि बरसात में धमतरी शहर तालाब बन जाता है. जिसका मुख्य कारण शहर के बाहर अवैध प्लाटिंग कर बड़े नाला और निकासी नाला पर कब्जा है.लेकिन इस बार बारिश से पहले ही नालों को अतिक्रमण मुक्त किया जा रहा है.