कवर्धा: कबीरधाम जिले के बोड़ला जनपद पंचायत के एकाउंटेंट नरेंद्र राउतकर पर रिश्वत मांगने का आरोप लगा था. एकाउंटेंट पर आरोप है कि उसने ग्राम पंचायत जामपानी की महिला सरपंच से आंगनबाड़ी भवन निर्माण का बिल पास कराने के लिए 1 लाख 20 हजार रुपये की रिश्वत की डिमांड की. सरपंच ने ये बात अपने पति को बताई. सरपंच पति मोती राम बैगा ने रायपुर एंटी करप्शन ब्यूरो में बाबू के खिलाफ शिकायत कर दी.
रिश्वतखोरी में धरे गए बोड़ला का एकाउंटेंट और सीईओ: सरपंच पति की शिकायत पर बोड़ला जनपद पंचायत के एकाउंटेंट को रंगे हाथों पकड़ने एसीबी ने जाल बिछाया. सरपंच पति को कैमिकल युक्त नोट को रिश्वत के रूप में दे दिया. जैसे ही बाबू ने नोट लिया, टीम ने लेखापाल को दबोच लिया. इस रिश्वतखोरी में जनपद सीईओ भी जांच के दायरे में आ गए. टीम ने सीईओ के बंगले और उसके ऑफिस की भी जांच की.
बोड़ला में एसीबी ने 12 घंटे तक की कार्रवाई: जनपद पंचायत बोड़ला में एसीबी टीम की कारवाई गुरुवार शाम 5 बजे से शुक्रवार सुबह 4 बजे तक चलती रही. 12 घंटे की कार्रवाई के बाद एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम बोड़ला जनपद पंचायत के लेखापाल नरेंद्र राउतकर और सीईओ मनीष भारती को अपने साथ रायपुर ले गई. पूरी कार्रवाई में एसीबी ने मीडिया से दूरी बनाकर रखी.