बाड़मेर : पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में लेडी चिकित्सक से दुष्कर्म और हत्या मामले के विरोध में देशभर में प्रदर्शन का सिलसिला जारी है. इसी कड़ी में शनिवार को बाड़मेर जिला मुख्यालय पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने बंगाल की ममता सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया तो दूसरी ओर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक 24 घंटे की राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर हैं. इस दौरान बाड़मेर में डॉक्टरों ने हाथों में पोस्टर बैनर लेकर नारेबाजी की. साथ ही अस्पताल से कलेक्टर कार्यालय तक रैली निकाली और जिला कलेक्टर निशांत जैन को ज्ञापन सौंप अपना विरोध जताया.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बाड़मेर के संयोजक भोमसिंह सुंदरा ने कहा कि पश्चिम बंगाल के कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज में यूनियर डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना जघन्य है. पश्चिम बंगाल की सरकार महिला सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम करे.
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वहीं, राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य पूनम भाटी ने कहा कि बंगाल की ममता सरकार दुष्कर्मों में संलिप्त लोगों को बचाने का प्रयास कर रही है. इधर, नगर मंत्री दीपू चौहान ने कहा कि महिला सुरक्षा को लेकर कठोर से कठोर कदम उठाए जाए. साथ ही तुरंत प्रभाव से बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करें अन्यथा विद्यार्थी परिषद महिलाओं के सम्मान में देशभर में उग्र आंदोलन करेगा.
महिला चिकित्सक ने अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि इस मामले को 10 दिन बीत चुके हैं. बावजूद इसके अभी तक मृतका को न्याय नहीं मिला है. उल्टा इस मामले पर पर्दा डालने की कोशिश की जा रही है. इस घटना से चिकित्सकों के साथ-साथ आम जनता में भी आक्रोश है. आखिर सरकार क्या कर रही है, क्यों न्याय नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा कि जब किसी के साथ दुष्कर्म होता है तो वो अस्पताल में आते हैं, लेकिन जब अस्पताल में ही ऐसी वारदात को अंजाम दिया जाए तो ये बहुत ही शर्मनाक है.