करनाल: हरियाणा में लोकसभा चुनाव के बाद अब राजनीतिक दल विधानसभा चुनाव को लेकर कमर कस चुके हैं. इसी कड़ी में इनेलो नेता अभय चौटाला ने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की. हालांकि लोकसभा चुनाव में इनेलो का खास प्रदर्शन नहीं रहा. लेकिन विधासभा चुनाव के लिए पार्टी गंभीर नजर आ रही है. वहीं, इनेलो नेता अभय चौटाला का बयान भी सामने आया है. जहां उन्होंने एक बार फिर भूपेंद्र हुड्डा पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यदि इनेलो पार्टी भी इंडिया गठबंधन का हिस्सा होती तो हरियाणा की 10 की 10 लोकसभा सीटों पर हमारा कब्जा होता, लेकिन भूपेंद्र हुड्डा ऐसा नहीं चाहता था. वहीं, अभय चौटाला ने हुड्डा पर कई आरोप लगाए हैं.
'जनता ने गठबंधन को दिया वोट': अभय चौटाला ने कहा कि बीजेपी को इंडिया गठबंधन ही सत्ता से बाहर कर सकता है. लोगों ने इंडिया गठबंधन को वोट किया है. कांग्रेस भी उस गठबंधन का हिस्सा थी. गठबंधन के कारण ही बीजेपी केवल 241 सीटों पर सिमट गई. वहीं, उन्होंने कहा कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव के नतीजों में काफी अंतर होता है. जब विधानसभा का चुनाव आएगा तो चौधरी देवीलाल की नीतियों को आगे बढ़ाया जाएगा.
हुड्डा को अभय चौटाला की नसीहत: अल्पमत सरकार के फ्लोर टेस्ट को लेकर हुड्डा राज्यपाल से मुलाकात कर सकते हैं, इस सवाल पर अभय चौटाला ने कहा कि राज्यपाल से मिलने की बजाय विधानसभा के स्पेशल सेशन की मांग करनी चाहिए , वहां पर फ्लोर टेस्ट करना चाहिए. इस दौरान अभय चौटाला ने कहा कि हुड्डा बीजेपी से मिला हुआ है, नहीं मिला होता तो बीजेपी लोकसभा की 5 सीटें लेकर न जाती. करनाल लोकसभा के लिए मनोहर लाल के सामने उस कैंडिडेट को टिकट दिया जिसको कोई जानता भी नहीं था. जनता बीजेपी को हराना चाहती थी. अभय चौटाला ने कहा कि हुड्डा ने मनोहर लाल को जीताने में कोई कसर नहीं छोड़ी.
30 से भी कम सीटों पर रहेगी कांग्रेस: वहीं, कांग्रेस के 70 पार के नारे पर भी अभय चौटाला ने भविष्यवाणी कर दी. उन्होंने कहा कि बीजेपी भी 75 पार का नारा देती थी, लेकिन 40 सीट भी पार नहीं कर पाई. ऐसे ही कांग्रेस भी 30 सीटें भी पार नहीं कर सकती. क्योंकि हुड्डा और उसके बेटे ने एक-एक विधानसभा में 10-15 लोगों की पीठ थपथपाते हुए वादा किया है कि उनको टिकट देंगे, आने वाले समय में हुड्डा का विरोध होगा.