नई दिल्ली: दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी भी तैयारियों में जुट गई है. सोमवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के नेतृत्व में पार्टी के नेताओं की बैठक हुई. सिसोदिया के आवास पर हुई बैठक करीब 3 घंटे तक चली. इसमें अहम फैसले लिए गए. पार्टी के तमाम विधायक एक अभियान के तहत 1 सितंबर से वह जनता के बीच में जाएंगे.
आम आदमी पार्टी के महासचिव व राज्यसभा सांसद संदीप पाठक ने बैठक के बाद बताया कि आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी ने बैठक की. पार्टी 1 सितंबर से हम ‘AAP के विधायक- आपके द्वार’ अभियान शुरू करने जा रही है. इसमें विधायक मंडल और बूथ लेवल पर जनता के बीच जाएंगे. उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया की पदयात्रा जारी रहेगी. उनके पदयात्रा को भी दिल्ली वाले जबरदस्त प्यार और समर्थन दे रहे हैं. इसलिए इस यात्रा को जारी रखा जाएगा. 1 सितंबर से हम ‘AAP के विधायक - आपके द्वार’ अभियान को शुरू करेंगे. इसमें बीजेपी के षड्यंत्रों को जनता के सामने एक्सपोज किया जाएगा.
IMPORTANT MEETING 🚨
— Aam Aadmi Party Delhi (@AAPDelhi) August 26, 2024
🔷दिल्ली के आगामी विधानसभा चुनाव और देश की राजनीति को लेकर आज विस्तार से चर्चा हुई है।
🔷@msisodia जी की पदयात्रा को भी दिल्लीवाले ज़बरदस्त प्यार और समर्थन दे रहे हैं। इस यात्रा को जारी रखा जाएगा।
🔷वहीं 1 सितंबर से हम ‘आपके विधायक - आपके द्वार’ अभियान… pic.twitter.com/gjLIP5p773
रविवार को आम आदमी पार्टी के पांच पार्षदों के भाजपा में शामिल होने पर पाठक ने कहा कि यह बीजेपी का षड्यंत्र है. बीजेपी एक पीक पर पहुंच गई है, उसका डाउनफॉल शुरू हो गया है. उनका काम ही है अगर चुनाव हार जाते हैं तो वह पैसे से नेता खरीदते व तोड़ते हैं, लेकिन आम आदमी पार्टी के साथ जानता है.
"आम आदमी पार्टी को एक वरदान हासिल है. जो इस पार्टी को छोड़कर जाएगा वो राजनीतिक रूप से बर्बाद हो जाएगा. जिस भी कारण या डर से वे लोग जिस पार्टी में गए हैं वो यूज एंड थ्रो पार्टी है. आप इंतजार करिए, हमारा गणित कई बार बिगड़ता दिखता है, लेकिन फिर बन जाता है.' - संजय सिंह, राज्यसभा सांसद, AAP
बता दें, दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी भी सदस्यता अभियान शुरू करने जा रही है. यह अभियान भी 1 सितंबर से शुरू होकर 31 अक्टूबर तक चलेगा. पार्टी ने दिल्ली के प्रत्येक बूथ पर 400 कार्यकर्ताओं को सदस्य बनाने का फैसला लिया है. दिल्ली में अगले साल फरवरी के पहले सप्ताह तक विधानसभा चुनाव संभावित है. बीते 10 सालों से दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है. उससे पहले 15 साल तक कांग्रेस का यहां शासन चला है. ऐसे में बीजेपी 25 वर्षों से भी अधिक समय से दिल्ली की सत्ता से दूर है. आम आदमी पार्टी पिछले दो चुनाव में जिस तरह प्रचंड बहुमत से सरकार में काबिज रही है, इस बार अभी से ही वह हैट्रिक बनाने की तैयारी में जुट गई है.
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