ETV Bharat / state

आरएसएस और बीजेपी में मां-बेटे की लड़ाई शुरू, भगवान राम ने तोड़ा मोदी का अहंकार: संजय सिंह - sanjay singh target government

AAP MP Sanjay Singh: AAP सांसद संजय सिंह ने कहा कि भगवान राम ने पीएम मोदी का घमंड तोड़ दिया, आरएसएस के लोगों के बयान तो यही साबित कर रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने NEET परीक्षा पर भी केंद्र सरकार को आड़े हाथ लिया..

सांसद संजय सिंह
सांसद संजय सिंह (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jun 14, 2024, 4:12 PM IST

Updated : Jun 14, 2024, 8:59 PM IST

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि आरएसएस और भाजपा के बीच मां-बेटे का झगड़ा शुरू हो गया है. जेपी नड्डा के बयान से इसकी शुरुआत हुई थी. जेपी नड्डा ने कहा था कि अटल जी की बीजेपी को आरएसएस की जरूरत थी, लेकिन मोदीजी की बीजेपी को आरएसएस की जरूरत नहीं है. इसलिए चुनाव परिणाम बीजेपी बहुमत नहीं पाई और 240 सीट पर रुक गई. बीजेपी को अहंकार हो गया था. भगवान श्रीराम ने रावण का अहंकार तोड़ दिया था. ये तो इंसान हैं.

यह भी पढ़ें- दिल्ली हाई कोर्ट ने बिभव कुमार की जमानत याचिका पर दिल्ली पुलिस से मांगा जवाब

संजय सिंह ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मोहन भागवत का बयान आया कि मणिपुर एक साल से जल रहा है, शांति की राह देख रहा है. फिर बयान आता है कि संघ का स्वयंसेवक अहंकारी नहीं होता. इसके बाद आरएसएस के इंद्रेश कुमार का बयान आता है कि अहंकार के कारण जनता ने सबक सिखाया. ये बातें साबित करती हैं कि विपक्ष के मुद्दे 100 प्रतिशत सही थे. जब मैंने मणिपुर के मुद्दे को संसद में उठाया तो मुझे सस्पेंड कर दिया गया. मैंने कई रातें संसद के परिसर में गुजारी. उस समय मोहन भागवत बोलते तो सरकार को कार्रवाई करनी पड़ती. पिछले 10 साल में बीजेपी के अहंकार के कई उदाहरण दिखे.

उन्होंने कहा, ये लोग विपक्ष को कुछ भी बोलते रहे और राजनीति में भाषा की सारी मर्यादा पार कर दी. विपक्ष को जेल में डाल दिया. अहंकार की सीमा तब पार हो गई, जब उन्होंने गाना बनाया जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे. मोहन भागवत, इंद्रेश कुमार को इसपर सवाल उठाना चाहिया था. क्या ये लोग भगवान श्रीराम से बड़े हो गए हैं. संबित पात्रा कहते हैं कि भगवान जगन्नाथ मोदी के भक्त हैं. वहीं जेपी नड्डा ने कहा कि मोदी देवताओं के देवता हैं. तब अहंकार नहीं दिखा. खुद मोदी ने कहा कि मेरा जन्म बायोलॉजिकल नहीं हुआ है. मैं तो अवतार हूं. इससे बड़ा अहंकार क्या हो सकता है. स्वयंसेवक इस अहंकार को बर्दाश्त कर रहे हैं. जो स्वयंसेवक बीजेपी में हैं उनसे अपील की जाए कि वह नरेंद्र मोदी के विरोध में आ जाएं.

नीट परीक्षा बड़ा घोटाला, आरोपियों की गिरफ्तारी हो: संजय सिंह ने कहा कि 720 अंक पाकर 67 बच्चे टॉप कर रहे हैं. क्या ये संभव हैं. यानी की एक जगह सारे उत्तर तैयार किए गए. उसके अनुसार परीक्षाएं हुईं. सभी को बराबर अंक मिल गया और सभी टॉप कर गए. एक ही कोचिंग सेंटर से 6 बच्चे टॉप कर गए. किसी को 719 किसी को 718 और किसी को 717 अंक मिले हैं. नीट परीक्षा के नियम है कि यदि कोई प्रश्न छोड़ते हैं तो अंक घट जाता है. इससे साफ होता है कि नीट की परीक्षा में घोटाला हुआ है. पेट काटकर मां बाप बच्चों को पढ़ाते हैं, लेकिन पेपर लीक होने के कारण करोड़ो बच्चों का जीवन बर्बाद हो जाता है. नीट परीक्षा में केंद्र सरकार और एनटीए दोषी हैं. इसकी जांच कर आरोपियों की गिरफ्तारी होनी चाहिए.

बच्चे को बीमारी से निजात के लिए लगना है 17 करोड़ रुपये का इंजेक्शन, संजय सिंह ने लोगों से की मदद की अपील

सांसद संजय सिंह ने स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (एसएमए) टाइप-2 बीमारी से ग्रसित एक बच्चे की जिंदगी बचाने के लिए एक लाख रुपये की आर्थिक मदद दी. साथ ही उन्होंने दूसरों से भी बच्चे के लिए आर्थिक मदद की अपील की. संजय सिंह ने कहा कि मानवीयता के नाते हमारी जिम्मेदारी बनती है कि बच्चे की मदद करें. बूंद-बूंद से ही घड़ा भरता है. इस बीमारी में जो इंजेक्शन लगता है, वो बहुत महंगा होता है. किसी समान्य व्यक्ति के लिए उसका खर्च उठा पाना संभव नहीं है. इस बीमारी के इंजेक्शन की कीमत 17 करोड़ रुपए है.

यह भी पढ़ें- 'हमारे पास अतिरिक्त पानी, हरियाणा से बात करे दिल्ली' हिमाचल प्रदेश के सीएम ने दिया बयान

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि आरएसएस और भाजपा के बीच मां-बेटे का झगड़ा शुरू हो गया है. जेपी नड्डा के बयान से इसकी शुरुआत हुई थी. जेपी नड्डा ने कहा था कि अटल जी की बीजेपी को आरएसएस की जरूरत थी, लेकिन मोदीजी की बीजेपी को आरएसएस की जरूरत नहीं है. इसलिए चुनाव परिणाम बीजेपी बहुमत नहीं पाई और 240 सीट पर रुक गई. बीजेपी को अहंकार हो गया था. भगवान श्रीराम ने रावण का अहंकार तोड़ दिया था. ये तो इंसान हैं.

यह भी पढ़ें- दिल्ली हाई कोर्ट ने बिभव कुमार की जमानत याचिका पर दिल्ली पुलिस से मांगा जवाब

संजय सिंह ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मोहन भागवत का बयान आया कि मणिपुर एक साल से जल रहा है, शांति की राह देख रहा है. फिर बयान आता है कि संघ का स्वयंसेवक अहंकारी नहीं होता. इसके बाद आरएसएस के इंद्रेश कुमार का बयान आता है कि अहंकार के कारण जनता ने सबक सिखाया. ये बातें साबित करती हैं कि विपक्ष के मुद्दे 100 प्रतिशत सही थे. जब मैंने मणिपुर के मुद्दे को संसद में उठाया तो मुझे सस्पेंड कर दिया गया. मैंने कई रातें संसद के परिसर में गुजारी. उस समय मोहन भागवत बोलते तो सरकार को कार्रवाई करनी पड़ती. पिछले 10 साल में बीजेपी के अहंकार के कई उदाहरण दिखे.

उन्होंने कहा, ये लोग विपक्ष को कुछ भी बोलते रहे और राजनीति में भाषा की सारी मर्यादा पार कर दी. विपक्ष को जेल में डाल दिया. अहंकार की सीमा तब पार हो गई, जब उन्होंने गाना बनाया जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे. मोहन भागवत, इंद्रेश कुमार को इसपर सवाल उठाना चाहिया था. क्या ये लोग भगवान श्रीराम से बड़े हो गए हैं. संबित पात्रा कहते हैं कि भगवान जगन्नाथ मोदी के भक्त हैं. वहीं जेपी नड्डा ने कहा कि मोदी देवताओं के देवता हैं. तब अहंकार नहीं दिखा. खुद मोदी ने कहा कि मेरा जन्म बायोलॉजिकल नहीं हुआ है. मैं तो अवतार हूं. इससे बड़ा अहंकार क्या हो सकता है. स्वयंसेवक इस अहंकार को बर्दाश्त कर रहे हैं. जो स्वयंसेवक बीजेपी में हैं उनसे अपील की जाए कि वह नरेंद्र मोदी के विरोध में आ जाएं.

नीट परीक्षा बड़ा घोटाला, आरोपियों की गिरफ्तारी हो: संजय सिंह ने कहा कि 720 अंक पाकर 67 बच्चे टॉप कर रहे हैं. क्या ये संभव हैं. यानी की एक जगह सारे उत्तर तैयार किए गए. उसके अनुसार परीक्षाएं हुईं. सभी को बराबर अंक मिल गया और सभी टॉप कर गए. एक ही कोचिंग सेंटर से 6 बच्चे टॉप कर गए. किसी को 719 किसी को 718 और किसी को 717 अंक मिले हैं. नीट परीक्षा के नियम है कि यदि कोई प्रश्न छोड़ते हैं तो अंक घट जाता है. इससे साफ होता है कि नीट की परीक्षा में घोटाला हुआ है. पेट काटकर मां बाप बच्चों को पढ़ाते हैं, लेकिन पेपर लीक होने के कारण करोड़ो बच्चों का जीवन बर्बाद हो जाता है. नीट परीक्षा में केंद्र सरकार और एनटीए दोषी हैं. इसकी जांच कर आरोपियों की गिरफ्तारी होनी चाहिए.

बच्चे को बीमारी से निजात के लिए लगना है 17 करोड़ रुपये का इंजेक्शन, संजय सिंह ने लोगों से की मदद की अपील

सांसद संजय सिंह ने स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (एसएमए) टाइप-2 बीमारी से ग्रसित एक बच्चे की जिंदगी बचाने के लिए एक लाख रुपये की आर्थिक मदद दी. साथ ही उन्होंने दूसरों से भी बच्चे के लिए आर्थिक मदद की अपील की. संजय सिंह ने कहा कि मानवीयता के नाते हमारी जिम्मेदारी बनती है कि बच्चे की मदद करें. बूंद-बूंद से ही घड़ा भरता है. इस बीमारी में जो इंजेक्शन लगता है, वो बहुत महंगा होता है. किसी समान्य व्यक्ति के लिए उसका खर्च उठा पाना संभव नहीं है. इस बीमारी के इंजेक्शन की कीमत 17 करोड़ रुपए है.

यह भी पढ़ें- 'हमारे पास अतिरिक्त पानी, हरियाणा से बात करे दिल्ली' हिमाचल प्रदेश के सीएम ने दिया बयान

Last Updated : Jun 14, 2024, 8:59 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.