नई दिल्ली: दिल्ली में पानी को लेकर झगड़े के बाद महिला की मौत के मामले में जल मंत्री आतिशी ने एलजी वीके सक्सेना को पत्र लिखा है. इसमें उन्होंने 24 घंटे के भीतर दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के सीईओ को निलंबित करने की मांग की है. उपराज्यपाल को लिखे पत्र में जल मंत्री ने मुख्य सचिव और वित्त, यूडी और डीजेबी के अधिकारियों के कार्यों की स्वतंत्र जांच शुरू कराने की भी मांग कर जल आपूर्ति बढ़ाने में विफल रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की भी मांग की है.
जल मंत्री ने उपराज्यपाल को याद दिलाया कि मुख्यमंत्री ने दिल्ली में पानी की आपूर्ति में सुधार के लिए स्पष्ट निर्देश दिए थे. साथ ही एक रोडमैप भी दिया गया था. लेकिन सीईओ और सीएस को बार-बार निर्देश देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई है. जल संकट को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है.
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उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि दिल्ली जल बोर्ड अधिकारियों की लापरवाही के कारण पानी से संबंधित हिंसा के कारण एक महिला की मौत हो गई. यह बहुत दुखद है. यह लापरवाही आपराधिक है. दिल्ली जल बोर्ड के उच्च अधिकारियों के खिलाफ तत्काल, अनुकरणीय कार्रवाई होनी चाहिए. बीते तीन अप्रैल को तक डीजेबी से कार्रवाई रिपोर्ट का अनुरोध करते हुए, ग्रीष्मकालीन जल आपूर्ति के संबंध में सीएस को निर्देश दिए गए थे.
इसके बावजूद 4 अप्रैल को दिल्ली जलबोर्ड के सीईओ ने आदर्श आचार संहिता की बात कहकर जानकारी देने से इनकार कर दिया गया. वित्त विभाग द्वारा धनराशि जारी न करने से दिल्ली जल बोर्ड पिछले करीब 10 माह से ठप पड़ा हुआ है. दरअसल, शुक्रवार रात ईस्ट दिल्ली के फर्श बाजार इलाके में पानी को लेकर हुए विवाद में एक महिला को चाकू मार दिया गया था. इसके बाद लोगों ने महिला को अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां उसकी मौत हो गई थी.
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