नई दिल्ली: दिल्ली में विधानसभा चुनाव अगले साल की शुरुआत में होगा, लेकिन सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी (AAP) ने अंदरखाने विधानसभा चुनाव की तैयारी में शुरू कर दी है. गुरुवार को खास तौर से AAP के नेताओं ने विधानसभा चुनाव और दिल्ली की मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए पार्टी कार्यालय में करीब दो घंटे तक बैठक की.
इसमें दिल्ली विधानसभा चुनाव और वर्तमान हालात पर चर्चा हुई. दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार प्रसार दिसंबर से ही शुरू हो जाता है. अगले साल की शुरुआत में ही विधानसभा का चुनाव निर्धारित है. ऐसे में आम आदमी पार्टी पिछली दो बार की तरह तीसरी बार भी प्रचंड बहुमत के साथ दिल्ली की सत्ता में काबिज रहने के लिए रणनीति बनाने में जुट गई है. बैठक में संजय सिंह, गोपाल राय, आतिशी, सौरभ भारद्वाज, पंकज गुप्ता, दुर्गेश पाठक सहित सभी बड़े नेता शामिल हुए.
हालांकि इससे पहले इसी साल हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव भी आम आदमी पार्टी के लिए सेमीफाइनल के समान है. क्योंकि दिल्ली शराब घोटाले में जिस तरह आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, सांसद संजय सिंह पर गंभीर आरोप लगे हैं और पार्टी के शीर्ष दो नेता अभी भी तिहाड़ जेल में बंद हैं. पार्टी पहले की तरह चुनाव में वोट बटोर पाएगी कि नहीं, यह बड़ा सवाल सामने है. इन सब पहलुओं पर भी आज की बैठक में आप नेताओं ने चर्चा की.
2020 में मिली थी शानदार जीतः 2020 में दिल्ली की 70 विधानसभा सीट में से 62 सीटों पर जीत हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी ने वर्ष 2022 में नगर निगम चुनाव में भी जीत हासिल की. हालांकि, दिल्ली सरकार के बाद नगर निगम में भी आम आदमी पार्टी सत्ता में है, इसलिए दिल्ली वालों ने जो सुविधा मिलने की अपेक्षा की थी, वह सही साबित नहीं हुआ. स्थानीय निकाय बेहतर सुविधा देने में एक तरह से विफल ही साबित रही है. चाहे दिल्ली में कूड़े का निस्तारण हो या साफ सफाई या फिर इन दोनों बारिश के दौरान जल भराव की स्थिति, आम लोग सरकारी एजेंसियों के काम से संतुष्ट नहीं हैं. बीते शनिवार को राजेंद्र नगर में हुए हादसे से दिल्ली सरकार हो या नगर निगम इसके प्रति आम लोगों में असंतोष बढ़ गया है. इन सब पहलुओं पर भी आप नेताओं ने आज चर्चा की.