जयपुर. विधानसभा और लोकसभा के बाद अब प्रदेश में होने वाले पंचायती राज और नगर निकाय चुनाव की सरगर्मी शुरू हो गई है. जहां एक ओर बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही प्रमुख दल अपनी अपनी तैयारियों में जुटे हैं, वहीं दूसरी और आप पार्टी ने मजबूती से चुनावी मैदान में उतरने की रणनीति बनाकर कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दलों को चुनौती दे दी है. इसके साथ आगामी विधानसभा उपचुनाव में भी आप पार्टी पांचों सीटों पर प्रत्याशी उतारने पर विचार कर रही है.
आप पार्टी को मिला सिंबल: विधानसभा चुनाव 2023 में राजस्थान में आप पार्टी ने 86 सीटों पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे, हालांकि, इनमें से किसी भी सीट पर पार्टी को जीत नहीं मिली, लेकिन देश भर में चुनावी मैदान में उतरे प्रत्याशियों से वोट शेयर पार्टी को लाभ दे गया. यही वजह है कि इस बार पंचायती राज और नगरीय चुनाव में आप पार्टी को नेशनल पार्टी का दर्जा मिल गया. अब देश के किसी भी चुनाव में आप पार्टी अपने सिंबल पर चुनाव लड़ सकती है. हालांकि, इस साल लोकसभा चुनाव में आप पार्टी ने प्रदेश 25 सीटों में से किसी भी सीट पर प्रत्याशी नहीं उतारा, लेकिन पार्टी की रणनीति है कि इस बार नगरीय और पंचायत चुनाव के जरिए पार्टी का सिंबल गांव ढाणी तक पहुंचे.
पढ़ें: नीट परीक्षा में धांधली को लेकर आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन, धर्मेंद्र प्रधान का मांगा इस्तीफा
संगठन के विस्तार में जुटी आप: आगामी विधानसभा उपचुनाव और निगम चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी ने बैठकों का दौर शुरू कर दिया है. पिछले दिनों प्रदेश अध्यक्ष नवीन पालीवाल ने राष्ट्रीय संगठन महामंत्री संदीप पाठक और राजस्थान प्रभारी विनय मिश्रा के साथ बैठक कर राजस्थान में संगठन विस्तार को लेकर चर्चा की थी. उसके बाद से राजस्थान में जिलेवार बैठकों का दौर शुरू हो गया.
प्रदेश प्रवक्ता देवेंद्र यादव देव ने बताया कि राजस्थान की जनता को मजबूत विपक्ष देने के लिए आम आदमी पार्टी प्रतिबद्ध हैं,आगामी निकाय चुनाव में आम आदमी पार्टी मजबूती से चुनाव लड़ेंगी और जनता को मजबूत विकल्प देगी. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार से जनता का 6 महीने में मोह भंग हुआ, जनता अब बदलाव चाहती है. नगर निकाय और पंचायती राज चुनाव में आम आदमी पार्टी मजबूती से उतरेगी. जल्द सभी विधानसभाओं की बैठक कर आगामी निगम चुनाव की तैयारी शुरू होगी. इसे लेकर प्रदेश संगठन सभी जिलों का दौरा कर संगठन का विस्तार करेंगे.